दक्षिण पश्चिम (south west monsoon) के गति सुस्त पड़ने का असर कई राज्यों में दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, करीब हफ्तेभर तक मानसून की यही स्थिति रहेगी। इस बीच देश के कई इलाके भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं। मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में फिर से लू(heat wave) से लेकर गंभीर लू की स्थिति बनने की चेतावनी दी गई है।
मौसम डेस्क. केरल में दक्षिण पश्चिम (south west monsoon) के तेवर सुस्त पड़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार केरल में इस समय मानसून को आगे बढ़ाने के लिए कोई सिस्टम मौजूद नहीं है। मौसम के बारे में जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, यह स्थिति करीब हफ्तेभर तक रहेगी। इस बीच देश के कई राज्यों में लू का असर बढ़ गया है। (यह तस्वीर तिरुवनंतपुरम के एक तटीय गांव की है, जहां एक आदमी पारंपरिक नाव चलाते दिखाई दे रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में दस्तक दे चुका है)
इन राज्यों में लू का अलर्ट
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में फिर से लू(heat wave) से लेकर गंभीर लू की स्थिति बनने की चेतावनी दी गई है। वहीं, विदर्भ और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लू चल सकती है। पिछले दिनों भी मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में लू से लेकर गंभीर लू चलती रही। जबकि यह स्थिति विदर्भ और हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम राजस्थान के कुछ हिस्सों में और उत्तर प्रदेश के एक या दो हिस्सों में दिखाई दी।
इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल, दक्षिण कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश के में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार के पूर्वी भाग, तमिलनाडु, रायलसीमा, केरल, दक्षिण कोंकण और गोवा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाया गया है। आंतरिक ओडिशा, मराठवाड़ा और जम्मू कश्मीर में हल्की बारिश हो सकती है।
रांची स्थित IMD के स्टेशन प्रभारी अभिषेक आनंद के अनुसार, राज्य में स्थिति प्री मानसून से मानसून की तरफ बढ़ रही है। 15 जून के आसपास झारखंड में मानसून के लिए स्थिति अनुकूल बनेंगी। अभी तत्काल में प्री मानसून की स्थिति में गरज के साथ बिजली गिरना, 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा गति से हवा देखने को मिलेगी।
छत्तीसगढ़ के मौसम विज्ञानी आरके बैस ने कहा-रायपुर में 15 जून के आसपास मानसून आने की संभावना है। बस्तर में 10 जून के आसपास मानसून आने की संभावना है। मानसून की रफ्तार अभी थोड़ी धीमी है। 2-4 दिन में तापमान में गिरावट आ जाएगी।
मौसम में बदलाव लाने वालीं कुछ वजहें
पाकिस्तान के मध्य भाग पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। जबकि एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश और इससे सटे क्षेत्र पर सक्रिय देखा जा रहा है। आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, बिहार से छत्तीसगढ़ और तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है।
बीते दिन यहां हुई बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह,असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु के तटीय आंध्र प्रदेश के हिस्सों और केरल और दक्षिण महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। दक्षिण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और आंतरिक ओडिशा और मराठवाड़ा के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश हुई। यही हाल पूर्वोत्तर भारत उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, लक्षद्वीप, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में दिखाई दिया।
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