सामान्य स्पीड से आगे बढ़ रहा है मानसून, जल्द मिलेगी मुंबईवालों को खुशखबरी, जानिए IMD क्या कहता है

भारत मौसम विज्ञान विभाग( India Meteorological Department) का पूर्वानुमान है कि दक्षिण पश्चिम मानसून (south west monsoon) सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है। इसी बीच प्री-मानसून ने मुंबई को भिंगो दिया। मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देश के कई राज्य अभी भी लू की चपेट में है।

मौसम डेस्क. मानसून को लेकर अच्छी खबर है। इसके लिए मौसमी स्थितियां अनुकूल हैं। इस बीच अगले 24 घंटों के दौरान देश के उत्तर पूर्वी हिस्से, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं, बिहार के पूर्वी हिस्सों, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़ और पूर्वी गुजरात, दक्षिण मध्य प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। (तस्वीर मुंबई की)

देश में अब भी लू का असर
पूर्वी विदर्भ के कुछ हिस्सों, नदी और उत्तराखंड, उत्तर पश्चिमी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, दक्षिण उत्तर प्रदेश, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड के पश्चिमी भाग और आंतरिक ओडिशा में एक या दो स्थानों पर लू(heat wave) की आशंका है। 

Latest Videos

जानिए क्या कहता है मौसम विभाग
भारत मौसम विज्ञान विभाग( India Meteorological Department) का पूर्वानुमान है कि दक्षिण पश्चिम मानसून (south west monsoon) सामान्य रूप से आगे बढ़ रहा है और आजकल में इसके महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है। आईएमडी ने 10-11 जून को अरुणाचल प्रदेश में और अगले चार दिनों के दौरान असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (204.5 मिमी से अधिक) की चेतावनी दी है।

मानसून से जुड़ी ये बातें भी जानिए
देश की वार्षिक वर्षा में मानसून का योगदान लगभग 70 प्रतिशत है और इसे इसकी कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा माना जाता है। गुरुवार को मीडिया से चर्चा करते हुए IMD के सीनियर वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि मानसून ने 29 मई को केरल तट को छुआ और 31 मई से 7 जून के बीच दक्षिण और मध्य अरब सागर, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर को कवर किया था।

मानसून के डेवलपमेंट में कोई देरी नहीं है। आजकल में इसके महाराष्ट्र पहुंचने और अगले दो दिनों में मुंबई तक पहुंचने की संभावना है। तेज हवाएं हैं और बादल अच्छे मानसून की विशेषताएं हैं। अगले दो दिनों में गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

1 जून से मानसून शुरू होता है
आईएमडी ने एक विस्तारित रेंज पूर्वानुमान में कहा कि इसके 16 जून से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश पहुंचने की संभावना है। 1 जून से, जब मानसून का मौसम शुरू होता है, देश में 42 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जिसमें उत्तर पश्चिम भारत में 94 प्रतिशत वर्षा की कमी दर्ज की गई है। हालांकि, 16 जून से 22 जून के बीच पूर्वोत्तर, पूर्वी भारत (ओडिशा को छोड़कर) और उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने पिछले महीने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और पूरे सीजन के दौरान प्राप्त 87 सेमी वर्षा के 50 साल के औसत का 103 प्रतिशत मात्रात्मक रूप से होगा।

जून से सितंबर तक सामान्य बारिश
यह लगातार सातवां वर्ष होगा, जब देश में जून-सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य वर्षा होगी। IMD ने कहा कि अगले कुछ दिनों में अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है। असम पिछले महीने बाढ़ की लहर की चपेट में आ गया था। भारी प्री-मानसून बारिश और बाढ़ ने राज्य के बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसमें पुल, सड़क और रेलवे ट्रैक शामिल हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या मानसून सामान्य तिथि के आसपास दिल्ली-एनसीआर और उत्तर पश्चिम भारत के अन्य हिस्सों में पहुंच जाएगा, जेनामनी ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पिछले साल, आईएमडी ने अनुमान लगाया था कि मानसून 27 जून की अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली में आ जाएगा। हालांकि, यह 13 जुलाई को ही राजधानी और आसपास के इलाकों में पहुंचा, जिससे यह 19 साल में सबसे ज्यादा देरी से पहुंचा।

मौसम में बदलाव की ये हैं वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों पर सक्रिय है। एक ट्रफ रेखा पाकिस्तान के मध्य भाग से मणिपुर तक पंजाब, उत्तरी हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय से गुजरते हुए जा रही है। एक और ट्रफ रेखा बिहार से तटीय आंध्र प्रदेश तक जा रही है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी से लेकर दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक तमिलनाडु तट पास तक औसत समुद्र तल से 3.5 से 4.5 किमी ऊपर फैली दिखाई दे रही है। जबकि दक्षिण महाराष्ट्र तट के पास पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र एक्टिव है।

मुंबई में प्री-मानसून बारिश
मुंबई क्षेत्र में मध्य रेलवे की ट्रांस-हार्बर लाइन पर गुरुवार शाम वाशी रेलवे स्टेशन के पास एक ओवरहेड तार टूटने के बाद सबअर्बन ट्रेन सर्विस तीन घंटे से अधिक समय तक प्रभावित रहीं। इससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा कि ट्रांस-हार्बर लाइन पर वाशी और सानपाड़ा रेलवे स्टेशनों के बीच शाम करीब 7.15 बजे एक ओवरहेड तार टूट गया। उन्होंने बताया कि रात साढ़े दस बजे तक रेल यातायात बहाल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मध्य रेलवे की मुख्य लाइन पर प्री-मानसून बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर वायर ट्रिपिंग के कारण ट्रेनें 15-20 मिनट की देरी से चल रही हैं. ट्रांस-हार्बर लाइन मुंबई के उपग्रह शहरों ठाणे और नवी मुंबई को ट्रेन कनेक्टिविटी प्रदान करती है। प्रतिदिन लाखों यात्री लाइन में सफर करते हैं। मध्य रेलवे की मुख्य लाइन दक्षिण मुंबई में सीएसएमटी से कसारा और खोपोली तक सेवाएं प्रदान करती है, जबकि हार्बर लाइन नवी मुंबई और पश्चिमी उपनगरों को कनेक्टिविटी देती है। 

यह भी पढ़ें
अब काजीरंगा नेशनल पार्क में 40 किमी/घंटा से अधिक की स्पीड से व्हीकल्स नहीं चला सकेंगे
Inside Report: गंगा से गोमती नदी तक पर्यटकों को सैर कराएगा 'विवेकानन्द क्रूज', जानिए क्या है तैयारी

 

Share this article
click me!

Latest Videos

Hanuman Ashtami: कब है हनुमान अष्टमी? 9 छोटे-छोटे मंत्र जो दूर कर देंगे बड़ी परेशानी
क्या है महिला सम्मान योजना? फॉर्म भरवाने खुद पहुंचे केजरीवाल । Delhi Election 2025
ममता की अद्भुत मिसाल! बछड़े को बचाने के लिए कार के सामने खड़ी हुई गाय #Shorts
Devendra Fadnavis के लिए आया नया सिरदर्द! अब यहां भिड़ गए Eknath Shinde और Ajit Pawar
ठिकाने आई Bangladesh की अक्ल! यूनुस सरकार ने India के सामने फैलाए हाथ । Narendra Modi