बंगाल में चुनावी हिंसा में सबसे अधिक नुकसान भाजपा को उठाना पड़ा। पार्टी अब इसकी सहानुभूति हासिल करना चाहती है। भाजपा ने चुनावी हिंसा को भी एक अहम हिस्सा बनाया है। इसी सिलसिले में अमित शाह और जेपी नड्डा 13 मार्च को हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. हिंदुत्व के अलावा भाजपा ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में चुनावी हिंसा को भी प्रमुख मुद्दा बनाया है। बंगाल में चुनावी हिंसा में सबसे अधिक नुकसान भाजपा को उठाना पड़ा। पार्टी अब इसकी सहानुभूति हासिल करना चाहती है। भाजपा ने चुनावी हिंसा को भी एक अहम हिस्सा बनाया है। इसी सिलसिले में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 13 मार्च को हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के घर जाएंगे। भाजपा के पास ऐसे 129 लोगों की लिस्ट है, पार्टी जिनकी हत्या राजनीतिक हिंसा की वजह मानती है।
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बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।
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