संदेशखाली पहुंची मानवाधिकार आयोग की टीम, यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से करेगी मुलाकात

Published : Feb 23, 2024, 03:40 PM ISTUpdated : Feb 23, 2024, 04:11 PM IST
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सार

बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहीं सांसद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया गया है। लॉकेट चटर्जी का पुलिस टीम से बहस भी हुई।

Sandeshkhali news: पश्चिम बंगाल एक बार फिर संदेशखाली की वजह से सुर्खियों में है। राज्य के उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी संदेशखाली पहुंची। टीम पीड़ित महिलाओं से मुलाकात करेगी। उधर, दूसरी बार बीजेपी की महिला टीम को संदेशखाली जाने से रोक दिया गया। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहीं सांसद लॉकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया गया है। लॉकेट चटर्जी का पुलिस टीम से बहस भी हुआ। इसके पहले 16 फरवरी को भी बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल जाने की कोशिश किया था लेकिन रोक दिया गया।

दरअसल, पश्चिम बंगाल का संदेशखाली उस समय सुर्खियों में आया जब बीते 5 जनवरी को राशन वितरण में भ्रष्टाचार के आरोप पर ईडी रेड करने पहुंची और टीएमसी नेता शाहजहां शेख के कथित समर्थकों ने ईडी अफसरों पर हमला बोल दिया। इस हमले में टीएमसी से जुड़े शिबू हाजरा और जिला परिषद सदस्य उत्तम सरदार का नाम सामने आया था। इसके बाद दर्जनों की संख्या में महिलाएं सामने आईं और शाहजहां शेख पर अत्याचार, यौन उत्पीड़न और जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने लगीं। महिलाओं ने शिबू हाजरा के बगीचे और पोल्ट्री फार्म में तोड़फोड़ भी किया। महिलाओं का आरोप था कि शिबू रात में मीटिंग के लिए बुलाता था और अत्याचार करता था। महिलाओं के आरोपों के बाद पुलिस ने उत्तम सरदार को अरेस्ट कर लिया। इसके बाद राज्य पुलिस ने महिलाओं की शिकायतों की जांच के लिए 10 सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया। पुलिस ने महिलाओं की शिकायत के आधार पर उत्तम सरदार और शिबू हाजरा के खिलाफ गैंगरेप और हत्या के प्रयास का केस जोड़ते हुए शिबू हाजरा को अरेस्ट कर लिया।

बीजेपी हुई सक्रिय तो गृह मंत्रालय ने राज्यपाल से मांगी रिपोर्ट

लेकिन बीजेपी ने इस मामले को राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ा दिया। आनन फानन में बीजेपी के महिला नेताओं का प्रतिनिधिमंडल संदेशखाली रवाना हो गया। राज्य के बीजेपी नेता लगातार बयान देने लगे। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय भी सक्रिय हो गया। गृह मंत्रालय ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से रिपोर्ट मांगी। राज्यपाल ने रिपोर्ट में पुलिस पर उपद्रवी तत्वों से मिले होने का आरोप लगाया। उधर, बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने जब संदेशखाली जाने की कोशिश की तो पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद 22 जनवरी को बीजेपी ने महिलाओं के कथित बयान वाला वीडियो जारी किया जिसमें यह आरोप लगाया था कि उनके साथ उत्पीड़न किया जा रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर बीजेपी प्रतिनिधमंडल लॉकेट चटर्जी की अगुवाई में पहुंची लेकिन पुलिस ने रोक दिया। उधर, धरना दे रहे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष व कई नेताओं को एक दिन पहले ही पुलिस ने हटवा दिया।

ममता बनर्जी बोलीं-ईडी जानबूझकर संदेशखाली में घुसने की कर रही थी कोशिश

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते 15 फरवरी को संदेशखाली में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की कोशिश के लिए बीजेपी को आरोपित किया। उन्होंने कहा कि संदेशखाली आरएसएस का गढ़ है। वहां कुछ साल पहले भी बीजेपी दंगा करा चुकी है। एक बार फिर वह कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शाहजहां शेख के बहाने ईडी संदेशखाली में घुसने की कोशिश कर रही है। वह लोग राज्य को अस्थिर करने की कोशिश में लगे हुए हैं।

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