देशभर में खलबली मचाने वाले पश्चिम बंगाल के कुख्यात शिक्षक भर्ती घोटाले में प्याज की तरह पर्ते खुलती जा रही हैं। यानी हर परत में एक नया राज़। 1 अगस्त को भी ED ने अर्पिता के यहां रेड डाली थी। यहां से मिले एक GST नंबर ने उसे चौंका दिया। यानी फिर से रेड की तैयारी है।
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला (Teacher Recruitment Scam) ने पूरे देश में भ्रष्ट लोगों में खलबली पैदा कर दी है। ईडी ने मंगलवार को काेलकाता में फिर से 4 जगहों पर छापा मारा है। इस बीच मेडिकल के लिए पार्थ को अस्पताल लाया गया था, तभी एक महिला ने उन पर चप्पल फेंकी। पार्थ को चप्पल मारने वाली महिला का नाम सुभ्रा घोरुई बताया जाता है। वो अम्ताला की रहने वाली है। घोटाले में प्याज की तरह पर्ते खुलती जा रही हैं। यानी हर परत में एक नया राज़। 1 अगस्त को भी ED ने अर्पिता के यहां रेड डाली थी। यहां से मिले एक GST नंबर ने उसे चौंका दिया। यानी फिर से रेड की तैयारी है। प्रवर्तन निदेशालय(ED) के एक अधिकारी ने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसी चटर्जी और उनके करीबी सहयोगी से मंगलवार को एक साथ पूछताछ करने की योजना बना रही है।
11 बैंक खाते होंगे सीज
ईडी ने 23 जुलाई को चटर्जी को स्कूल नौकरी घोटाले में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। अर्पिता मुखर्जी और पार्थ चटर्जी दोनों 3 अगस्त तक कस्टडी में हैं। पार्थ की गिरफ्तारी के 5 दिन बाद ममता ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। सोमवार को पड़े छापे में ईडी को एक GST नंबर मिला है। इसका इस्तेमाल कथिततौर पर ब्यूटी पॉर्लर चलाने के लिए किया जाता था। सूत्रों के मुताबिक ED ने अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित फ्लैट के अपार्टमेंट के CCTV फुटेज खंगाले और एंट्री डायरी चेकी की। अधिकारियों ने एंट्री डायरी और माई गेट ऐप का डेटा जब्त किया है। अपार्टमेंट के सचिव अमित चौरसिया के मुताबिक टेक्निकल वजहों से CCTV फुटेज नहीं निकाला जा सका है। उसे सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है।
सवालों का जवाब नहीं दे रहे पार्थ
पार्थ चटर्जी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के साथ ‘असहयोग’ कर रहे हैं। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि निलंबित तृणमूल कांग्रेस के नेता पूछताछ के दौरान ज्यादातर समय चुप रहे। चटर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि वह एक साजिश का शिकार थे। ईडी के सूत्रों के अनुसार पार्थ गिरफ्तार होने के बाद से अकसर थकान की शिकायत कर रहे हैं। वे सवालों से बच रहे हैं। चटर्जी का बस इतना कहना है कि अर्पिता मुखर्जी के यहां मिले पैसे उनके नहीं है। चटर्जी ने रविवार को दावा किया था कि ईडी की छापेमारी के दौरान बरामद पैसा उनका नहीं है और केवल समय ही बताएगा कि किसने उनके खिलाफ साजिश की है।
अर्पिता के यहां अब तक 3 बार छापे
केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगियों में से एक अर्पिता मुखर्जी से जुड़े अपार्टमेंट से सोने के साथ लगभग 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए थे। पूछताछ के दौरान अर्पिता मुखर्जी ने यह भी दावा किया कि उनके दो फ्लैटों से भारी मात्रा में नकदी और जो आभूषण बरामद किए गए, वो उनके नहीं थे। ईडी के अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने सोमवार शाम शहर के उत्तरी हिस्से में उसके फ्लैट पर फिर से तलाशी अभियान चलाया। ईडी यह पता करने की कोशिश कर रह है कि उनके फ्लैट पर कौन आया करता था। हाई-एंड अपार्टमेंट के सीसीटीवी फुटेज भी जुटाए गए हैं।
दरअसल, ईडी के अधिकारियों ने सोमवार को बेलघोरिया स्थित आवास परिसर के निवासी संघ के सचिव को तलब किया था, जहां अर्पिता के दो फ्लैट हैं। इस बीच ईडी ने उसके पास से मिले जीएसटी नंबर की भी तलाश शुरू कर दी है। यानी अर्पिता के ठिकानों पर पहली बार 22 जुलाई को छापेमार कार्रवाई की गई थी। तब 22 करोड़ कैश मिले थे। दूसरा छापा 27 जुलाई को मारा था, तब 28 करोड़ कैश और सोना मिला था। तीसरा रेड 1 अगस्त को पड़ी। यहां से एंट्री डायरी और अन्य डॉक्यूमेंट्स मिले।
ब्यूटी पॉर्लर की आड़ में क्या करती थी?
अर्पिता ने ब्यूटी पार्लर का बिजनेस चलाने के लिए एक GST नंबर(Goods and Services Tax) का इस्तेमाल किया है, लेकिन एक और ऐसा नंबर है जो किसी भी व्यवसाय से जुड़ा नहीं है। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि वो यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह टैक्स से बचने के लिए अवैध तरीके से बनवाया गया था?
यह है वो शिक्षक भर्ती घोटाला, जिसने ममता सरकार को टेंशन दी
पार्थ चटर्जी को 26 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने 23 जुलाई अरेस्ट किया था। पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती की गई थी। दो कैंडिडेट्स ने कलकत्ता हाईकोर्ट में नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें
बंगाल में घोटाला होबे: एक फ्लैट में अर्पिता ने सिर्फ डॉग्स पाले हैं, जिनसे 'खेलने' अकसर पार्थ चटर्जी आते थे
पार्थ चटर्जी के इस कारनामे को पश्चिम बंगाल की स्कूलों में पढ़ाया जाता, क्या लिखा है क्लास-8 के इतिहास में...
कौन हैं बैसाखी बनर्जी जो कभी खुद रहीं पार्थ की करीबी, अब खोल कर रख दिया ममता के पूर्व मंत्री का काला चिट्ठा