क्या है टैक्सीबोट? जिसका इस्तेमाल कर एयर इंडिया दुनिया की पहली एयरलाइन बन गई

Published : Oct 16, 2019, 08:20 AM IST
क्या है टैक्सीबोट? जिसका इस्तेमाल कर एयर इंडिया दुनिया की पहली एयरलाइन बन गई

सार

एयर इंडिया ने अध्यक्ष अश्वनी लोहानी के मंगलवार को एयरलाइन के उड़ान संख्या एआई 665 को हरी झंडी दिखाते ही नया मुकाम हासिल कर लिया। यह एयरलाइन टैक्सीबोट के जरिए यात्रियों के साथ उड़ान को रनवे पर लाई।

नई दिल्ली.  एयर इंडिया ने अध्यक्ष अश्वनी लोहानी के मंगलवार को एयरलाइन के उड़ान संख्या एआई 665 को हरी झंडी दिखाते ही नया मुकाम हासिल कर लिया। यह एयरलाइन टैक्सीबोट के जरिए यात्रियों के साथ उड़ान को रनवे पर लाई। इसी के साथ एयरइंडिया ऐसा करने वाली दुनिया की पहली एयरलाइन बन गई है। 

टैक्सीबोट पायलट नियंत्रित सेमी-रोबोटिक एयरक्राफ्ट ट्रैक्टर होता है। इसका इस्तेमाल विमान को पार्किंग से रनवे तक ले जाने में किया जाता है।

टैक्सीबोट से क्या फायदे होंगे
- टैक्सीबोट को टैक्सिंग रोबोट भी कहा जाता है। इससे विमान को पार्किंग बे से रनवे तक लाया जाता है।
- टैक्सीबोट के इस्तेमाल के वक्त उड़ान का इंजन बंद रहता है।
- इंजन बंद होने के चलते ईंधन बचता है। इंजन को तभी चालू किया जाता है, जब विमान रनवे पर पहुंच जाए। 
- लोहानी के मुताबिक, टैक्सीबोट के इस्तेमाल से इंजन चालू करके रनवे पर लाने की तुलना में ईंधन खपत में 85% की कमी आएगी। 
- इससे कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है। 
- एयर इंडिया टैक्सीबोट का इस्तेमाल केवल टर्मिनल से रवाना होने वाली उड़ानों के लिए करेगी।  

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