कंगना और शिवसेना के बीच विवाद में ये हैं 7 शब्द, जिन्होंने आग में घी डालने का काम किया

कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद हाईकोर्ट पहुंच चुका है। सुशांत सिंह राजपूत केस से शुरू हुआ विवाद तब तेज हो गया, जब कंगना रनौत ने एक बयान में मुंबई और पीओके का जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा, मुंबई की गलियों में आजादी के नारे लगने के बाद अब खुली धमकियां, मुंबई क्यों पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की तरह लग रही है?  

Asianet News Hindi | Published : Sep 10, 2020 1:55 PM IST / Updated: Sep 10 2020, 07:54 PM IST

नई दिल्ली/मुंबई. कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच विवाद हाईकोर्ट पहुंच चुका है। सुशांत सिंह राजपूत केस से शुरू हुआ विवाद तब तेज हो गया, जब कंगना रनौत ने एक बयान में मुंबई और पीओके का जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा, मुंबई की गलियों में आजादी के नारे लगने के बाद अब खुली धमकियां, मुंबई क्यों पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की तरह लग रही है? कंगना के इस बयान से संजय राउत को मौका मिल गया और उन्होंने पूरे विवाद को इसी पर मोड़ दिया। ऐसे में बताते हैं कि आखिर वे कौन-कौन से शब्द हैं जिनपर विवाद बढ़ता गया।

1- पीओके : कंगना और महाराष्ट्र सरकार के बीच पीओके शब्द ने ही आग में घी डालने का काम किया। कंगना ने कहा था, शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और कहा है कि मुंबई लौटकर मत आना। मुंबई की गलियों में आजादी के नारे लगने के बाद अब खुली धमकियां, मुंबई क्यों पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) की तरह लग रही है?

2- नॉटी : संजय राउत ने एक टीवी चैनल पर कंगना को कहा था, वो नॉटी गर्ल है। संजय राउत के इस बयान पर बवाल हुआ तो उन्होंने सफाई दी। उन्होंने कहा, अगर कोई राजनीति करना चाहता है या फिर इस बात पर माहौल बनाना चाहता है तो किसी भी शब्द का कोई भी मतलब निकाला जा सकता है। हमारे महाराष्ट्र में हम जब भी बात करते हैं तब हम इस शब्द का इस्तेमाल नॉटी और बेईमान बताने के लिए करते हैं। मेरे हिसाब से कंगना नॉटी गर्ल है। मैंने देखा और पढ़ा है कि हमेशा से इस तरह का मजाक करती हैं। मैंने अपनी भाषा में कंगना रनौत को बेईमान कहा था।

3- मेंटल केस : कंगना के मुंबई आने की चेतावनी भरे बयान पर संजय राउत ने कहा था, पढ़ी लिखी महिला हैं। उन्हें यह शोभा देता है। यह मेंटल केस है। जिस तरह से लोग बोल रहे हैं । झांसी की रानी का अपमान करते हैं। आपकी मानसिकता क्या है। धमकियां देना मेरा काम नहीं है। हवा तलवार चलाना। हवा में बंदूक चलाना हमारा काम नहीं है।
जो उखाड़ना है, उखाड़ लो : कंगना ने संजय राउत पर पलटवार करते हुए कहा था, महाराष्ट्र किसी के बाप की नहीं है। महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। मैं मराठा हूं, मेरा जो उखाड़ना है उखाड़ लो।

4- हरामखोर : जब संजय राउत से पूछा गया कि कोई कानूनी कदम उठाएंगे। तब उन्होंने कहा था, क्या होता है कानून? उस लड़की ने जो किया, वह कानून का सम्मान है क्या? आप क्या उस हरामखोर लड़की की वकालत कर रहे हो?"

5- वंशवाद : कंगना ने 10 सितंबर को ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाजे दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हों सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो।

6- तेरा घमंड टूटेगा : इस शब्द का इस्तेमाल कंगना ने अपना ऑफिस टूटने के बाद मुंबई पहुंचने पर किया। उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे तुझे क्‍या लगता है कि तूने फ‍िल्‍म माफ‍िया के साथ मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है। आज मेरा घर टूटा है कल तेरा घमंड टूटेगा... उद्धव ठाकरे यह वक्‍त का पहिया है, हमेशा एक जैसा नहीं रहता है। आज मैंने महसूस किया है कि कश्‍मीरी पंडितों पर क्‍या बीती होगी। आज मैं देश को वचन देती हूं कि मैं कश्‍मीर पर भी एक फ‍िल्‍म बनाऊंगी और अपने देशवासियों को जगाऊंगी। मेरे साथ जो हुआ है इसका कोई मतलब है... कोई मायने है।

7- हर-हर महादेव : बीएमसी की तोड़फोड़ के एक दिन बाद कंगना अपना ऑफिस देखने पहुंची थी। 10 मिनट तक टूटे ऑफिस का दौरा किया। फिर वापस आईं और ट्वीट किया, हर-हर महादेव।

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