Women's Equality Day 2022: कब और क्यों मनाया जाता है महिला समानता दिवस, 169 साल पहले आखिर कैसे हुई शुरुआत

हर साल 26 अगस्त को महिला समानता दिवस (Womens Equality Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य दुनियाभर की महिलाओं को समान अधिकार देना है, ताकि समाज के साथ ही देश और विश्व के निर्माण में वो अपना अधिकतम योगदान दे सकें।

Asianet News Hindi | Published : Aug 26, 2022 7:16 AM IST / Updated: Aug 26 2022, 12:50 PM IST

Women's Equality Day 2022: हर साल 26 अगस्त को महिला समानता दिवस (Womens Equality Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मकसद महिलाओं को समान अधिकार देना है, ताकि समाज के साथ ही देश और विश्व के निर्माण में वो अपना अधिकतम योगदान दे सकें। हालांकि, दुनिया में अब भी ऐसे कई देश हैं, जहां महिलाएं अपने अधिकारों के लिए लड़ रही हैं। ऐसे में दुनियाभर की महिलाओं के हक की आवाज उठाने के लिए इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। हर साल इस दिन को एक खास थीम के मुताबिक मनाया जाता है। 

क्या है महिला समानता दिवस की थीम?
साल 2022 में  महिला समानता दिवस (Womens Equality Day Theme 2022) की थीम ‘सेलिब्रेटिंग वूमेंस राइट टू वोट’ है। महिलाओं को आज भी पुरुषों और पुरुषवादी सोच का सामना करना पड़ रहा है, जबकि महिलाओं ने कई बड़ी जिम्मेदारियां निभाते हुए हर फील्ड में अपने आप को साबित किया है कि वो किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं। 

कैसे हुई महिला समानता दिवस की शुरुआत : 
महिला समानता दिवस (Womens Equality Day History) की शुरुआत 1853 में अमेरिका से हुई, जब महिलाओं ने शादी के बाद पहली बार संपत्ति पर अधिकार की मांग की थी। उस दौर में अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों में महिलाओं को बेहद कम अधिकार दिए गए थे। इसके बाद 1890 में अमेरिका में ‘नेशनल अमेरिकन वुमेन सफरेज एसोसिएशन’ गठित की गई। इस संगठन ने महिलाओं को वोट डालने का अधिकार देने की बात कही। इसके बाद 26 अगस्त, 1920 में महिलाओं को अमेरिका में वोटिंग का अधिकार मिल गया। इसके बाद से हर साल 26 अगस्त को महिला समानता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। 

कब हुआ औपचारिक ऐलान : 
हालांकि, महिला समानता दिवस की पहली औपचारिक घोषणा 1972 में की गई, जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 26 अगस्त को 'महिला अधिकार दिवस' ​​के रूप में मनाने का ऐलान किया। वैसे, महिलाओं को लेकर भेदभाव सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई देशों में है। महिलाओं के अधिकार का मुद्दा अब अन्तरराष्ट्रीय बन चुका है। सभी देशों की महिलाएं आज भी अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रही हैं।  

ये महिलाएं बढ़ा रहीं भारत की शान : 
दुनियाभर में महिला समानता दिवस के जरिए लोगों को महिलाओं के सम्मान, उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। भारत में कई ऐसी दिग्गज महिलाएं हैं जो अपने क्षेत्र में सराहनीय काम कर रही हैं। भारत में महिलाएं खेल जगत से लेकर राजनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा से लेकर प्रशासनिक सेवा में देश का नाम रोशन कर रही हैं। इनमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह, आईपीएस संजुक्ता पराशर, महिला एथलीट मीराबाई चानू जैसी कई महिलाएं शामिल हैं। 

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