महाराष्ट्र में 5वीं बार डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाले अजित पवार कुछ बदले-बदले नजर आ रहे हैं। क्योंकि इस बार उन्होंने पार्टी तोड़ने का भी मन बना लिया है। यह महाराष्ट्र की बड़ी राजनैतिक घटना है।
Who is Ajit Pawar. एनसीपी में बड़ी बगावत करके 2019 के बाद तीसरी बार डिप्टी सीएम बने अजीत पवार इस बार पूरे रौ में हैं और उन्होंने चाचा शरद पवार को खुला चैलेंज भी दे दिया है। अजीत पवार ने दावा किया है कि उनके पास एनसीपी के 53 में से 40 विधायकों का समर्थन है। वे न सिर्फ पार्टी तोड़ चुके हैं बल्कि उनकी अगली रणनीति पार्टी पर कब्जा करने की है। ऐसा ही कुछ एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के साथ किया था लेकिन इस बार उनके सामने शरद पवार की चुनौती है, जो राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। इस घटनाक्रम के बीच आइए जानते हैं कौन हैं अजीत पवार और कैसी रही है उनकी राजनैतिक यात्रा?
कौन हैं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजीत पवार
अजीत पवार के राजनैतिक करियर की शुरूआत करीब 40 साल पहले शुरू हुई थी। तब वे केवल 20 साल के थे और चीनी की सहकारी संस्था के माध्यम से राजनीति में पदार्पण किया था। 1991 में वे पहली बार कोई चुनाव जीते और पुणे जिला सहकारी संस्था के प्रेसीडेंट बने। वे लगातार 16 साल तक उस पद पर बने रहे। 1991 में ही वे लोकसभा के लिए चुने गए लेकिन परिस्थितिया ऐसी बनीं कि चाचा शरद पवार के लिए उन्हें यह पद छोड़ना पड़ गया। तब शरद पवार केंद्र में रक्षा मंत्री बने थे और उन्हें सांसद बनना जरूरी था। यह अजीत पवार की पहली कुर्बानी थी। इसके बाद वे 1992 से 93 तक वे महाराष्ट्र के कृषि और बिजली मंत्री रहे। 1995, 1999, 2004, 2009 और 2014 में वे बारामती से चुने गए। हालांकि चाचा की वजह से वे राजनीति में बड़ा कदम नहीं रख सके।
5वीं बार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने अजीत पवार
पहली बार 2009 में अजीत पवार छगन भुजबल की सरकार में डिप्टी सीएम बने और उन्होंने यह इच्छा खुद ही जाहिर की थी। इसके बाद 2010 में फिर वे नाटकीय तौर पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बन गए। 2013 में कुछ विवाद और भ्रष्टाचार के मामलों में अजीत पवार का नाम आया और वे रसातल में चले गए। 2019 के बाद फिर से उनकी किस्मत जागी और महाराष्ट्र में डिप्टी सीएम बन गए। यह सरकार नहीं चल पाई और उद्धव ठाकरे सीएम बने तब भी अजीत पवार के डिप्टी सीएम बनाया गया। इसके बाद अब एकनाथ शिंदे सरकार में वे डिप्टी सीएम बने हैं। हालांकि महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल अब कम ही बचा है और अजीत पवार मुख्यमंत्री बनने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
चाचा शरद पवार के फॉलोवर हैं अजीत पवार
अजीत पवार का जन्म 22 जुलाई 1959 को महाराष्ट्र के अहमदनगर में उनके दादा-दादी के घर हुआ था। अजित पवार एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव पवार के बेटे हैं। उनके पिता वी शांताराम राजकमल स्टूडियो में काम करते थे। अजीत पवार ने चाचा शरद पवार को राजनैतिक गुरू बनाया और उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते रहे।
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