
Who is Humayun Kabir: ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर बाबरी विध्वंस की 33वीं बरसी पर 6 दिसंबर को बाबरी जैसी मस्जिद की नींव रखी। इस दौरान हुमायूं कबीर ने मौलवियों के साथ मिलकर फीता काटा। इस मस्जिद के लिए अब तक काफी चंदा जमा हो चुका है, जिसका वीडियो खुद कबीर ने शेयर किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 6 दिसंबर को मस्जिद के लिए 11 पेटी चंदा इकट्ठा हुआ, जिसके लिए नोट गिनने की मशीन मंगानी पड़ी। बताया जा रहा है कि मस्जिद के लिए सिर्फ ऑनलाइन ही 93 लाख रुपए आ चुके हैं। वहीं रविवार को हुमायूं कबीर ने ऐलान किया कि फरवरी 2026 में वो 1 लाख लोगों से कुरान की तिलावत कराएंगे और उसके बाद बाबरी मस्जिद को बनाने का काम शुरू होगा।
बेल्डंगा में 'बाबरी मस्जिद' की नींव रखने के अगले दिन हुमायूं कबीर ने 22 दिसंबर को अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया। कबीर ने कहा कि वो 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में 294 में से 135 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। हुमायूं ने दावा किया कि इसके लिए वो जल्द ही AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से बात कर उनसे गठबंधन करेंगे। हालांकि, इस पर ओवैसी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
हुमायूं कबीर का जन्म 3 अप्रैल 1961 को पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के डेबरा गांव में एक बंगाली मुस्लिम शेख परिवार में हुआ था। उन्होंने 1991 में कल्याणी यूनिवर्सिटी से बॉटनी में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। कबीर 2003 में पश्चिम बंगाल राज्य पुलिस सेवा के माध्यम से आईपीएस में शामिल हुए। उनकी पहली पोस्टिंग उत्तर 24 परगना में बतौर डीएसपी हुई थी। 2014 के चुनाव के दौरान उन्हें मुर्शिदाबाद पुलिस अधीक्षक के रूप में भेजा गया था। उन पर तत्कालीन लोकसभा सदस्य अधीर रंजन चौधरी के समर्थक होने का आरोप था। फरवरी, 2021 में कबीर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने अपने पैतृक शहर देबरा से चुनाव लड़ा और जीते। 10 मई 2021 को उन्हें राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया। वो वर्तमान में मुर्शिदाबाद की भरतपुर सीट से विधायक हैं।