भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कैम्पेन चल रहा है। जनसंख्या के लिहाज से यह एक बड़ी चुनौती है। बावजूद भारत ने 85 दिनों में 10 करोड़ डोज देकर एक दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है। भारत इस आंकड़े को 10 अप्रैल को क्रॉस कर चुका है। यानी भारत सबसे कम समय में इतने डोज लगाने वाला देश बन गया है। भारत ने इस मामले में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया। अमेरिका को इतने डोज लगाने में 89 दिन, जबकि चीन को 106 दिन लगे थे।
नई दिल्ली. वैक्सीन की कमी या लेट लतीफ डिलीवरी जैसी शिकायतों के बावजूद भारत ने वैक्सीनेशन कैम्पेन में एक नया वर्ल्ड रिकार्ड कायम किया है। भारत ने 85 दिनों में 10 करोड़ डोज देकर दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है। भारत इस आंकड़े को 10 अप्रैल को क्रॉस कर चुका है। यानी भारत सबसे कम समय में इतने डोज लगाने वाला देश बन गया है। भारत ने इस मामल में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया। अमेरिका को इतने डोज लगाने में 89 दिन, जबकि चीन को 106 दिन लगे थे। जनसंख्या के लिहाज से भारत के लिए यह एक बड़ी चुनौती रहा है। क्योंकि चीन ही एक ऐसा देश है, जिसकी जनसंख्या भारत से अधिक है।
यह भी जानिए...
भूटान जैसे छोटे देश ने 61 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लगा ली हैं। भूटान को ये वैक्सीन डिप्लोमैसी के तहत भारत ने ही उपलब्ध कराई थीं। हालांकि कुछ वैक्सीन चीन ने भी उसे उपलब्ध कराई हैं। यानी भूटान ऐसा दूसरा देश बन गया है, जिसने अपनी सबसे अधिक आबादी को तेजी से वैक्सीन लगाईं। आबादी के लिहाज से भारत इस मामले में बेशक 55वें नंबर पर है। यहां अब तक 6.5 प्रतिशत आबादी का ही वैक्सीन लग पाई है। यही नहीं, अमेरिका के बाद भारत दुनिया का सबसे संक्रमित देश बन गया है। पहले नंबर पर सेशेल्स है। यहां की 66 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन लग चुकी है।
भारत में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने रविवार से टीक उत्सव शुरू किया गया है। इसके तहत पहले दिन 27 लाख, जबकि दूसरे दिन 37,63,858 वैक्सीन डोज़ दी गई। कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन कैम्पेन को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। महाराष्ट्र में 1 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी हैं। राजस्थान में 97.16 लाख लोगों को वैक्सीन लग चुकी हैं।
कोरोना का सबसे बुरा असर अमेरिका पर पड़ा। यहां 5 लाख 62 हजार से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। यहां 85 दिन में 9.2 करोड़ डोज दी जा सकीं।
यहां अब तक 31.3M केस आ चुके हैं। भारत में अब तक 13.5M केस आ चुके हैं। इनमें 12.2M रिकवर हो चुके हैं, जबकि 170K की मौत हुई। दुनियाभर में अब तक 136M केस आ चुक हैं। इनमें 77.6M रिकवर हो चुके हैं, जबकि 2.94M मौत हुई।
तीसरी वैक्सीन के बाद स्पीड बढ़ेगी
सोमवार को भारत ने रूस में बनी कोरोना वायरस वैक्सीन Sputnik V को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। भारत में Sputnik V वैक्सीन बना रही डॉ रेड्डी लैब ने वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मांगी थी। सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इसे स्वीकार कर लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत को अक्टूबर तक 5 और वैक्सीन मिल सकती हैं। उम्मीद की जा रही है कि स्पुतनिकवी (डॉ रेड्डी), जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन ( बायोलॉजिकल), नोवावैक्स (सीरम इंस्टीट्यूट), जाइडस कैडिला और भारत बायोटेक की इंट्रानासल वैक्सीन को अक्टूबर के अंत तक मंजूरी मिल सकती है। हालांकि, सरकार का किसी वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी देने से पहले सुरक्षा और असर पर ध्यान है। इन वैक्सीन के बाद भारत में वैक्सीनेशन कैम्पेन को गति मिलेगी।