PM मोदी की सुरक्षा में महिला कमांडो! जानें क्या है पूरा मामला?

Published : Nov 30, 2024, 06:11 PM IST
PM मोदी की सुरक्षा में महिला कमांडो! जानें क्या है पूरा मामला?

सार

संसद में पीएम मोदी के साथ दिखीं महिला SPG कमांडो की तस्वीर वायरल। क्या पहली बार किसी महिला कमांडो को पीएम की सुरक्षा में तैनात किया गया है? जानें महिला SPG कमांडो की भूमिका और ज़िम्मेदारियाँ।

संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे एक महिला SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) कमांडो के चलने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप में एक महिला की मौजूदगी की कई लोग तारीफ कर रहे हैं।

हालांकि, किसी महिला SPG कमांडो का किसी उच्च अधिकारी के साथ दिखना यह पहली बार नहीं है, 2015 से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप में महिलाओं को शामिल किया जा रहा है। इसी क्रम में अब संसद में भी कई महिला एसपीजी अधिकारियों की तैनाती की गई है।

बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के पीछे दिख रही यह महिला कमांडो इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सुरक्षा में तैनात थी। यह भी कहा जा रहा है कि पहली बार कोई महिला कमांडो प्रधानमंत्री की सुरक्षा में शामिल हुई है।

अक्सर महिला मेहमानों की तलाशी लेने और आने-जाने वालों पर नज़र रखने के लिए इन महिला कमांडो को संसद के प्रवेश द्वार पर तैनात किया जाता है। इसके अलावा, महिला SPG एजेंट सुरक्षा जांच, एस्कॉर्ट सेवाएं जैसी जिम्मेदारियां भी निभाती हैं।

 

2015 से, महिलाएं SPG के क्लोज प्रोटेक्शन टीम (CPT) का हिस्सा रही हैं। महिला SPG कमांडो प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों, सुरक्षा अभियानों और उन्नत सुरक्षा समन्वय में सहायता करती हैं।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में शामिल हैं। SPG में अब लगभग 100 महिला कमांडो हैं। ये कमांडो नज़दीकी सुरक्षा ड्यूटी से आगे बढ़कर उन्नत सुरक्षा समन्वय का काम करती हैं।

एक महिला SPG कमांडो की क्या ज़िम्मेदारियाँ होती हैं?

महिला SPG किसी भी महिला अतिथि की तलाशी लेने के लिए गेट पर तैनात रहती हैं। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए महिला एसपीजी, संसद में आने वाले लोगों पर नज़र रखती हैं। जब कोई महिला अतिथि प्रधानमंत्री से मिलने आती है तो वे सतर्क रहती हैं। महिला एसपीजी को निगरानी, तलाशी और अतिथि को प्रधानमंत्री तक ले जाने के लिए भेजा जाता है।

इसके अलावा, जब प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर जाते हैं, तो महिला SPG कमांडो को एडवांस सिक्योरिटी के काम के लिए विदेश भेजा जाता है। वे वहाँ एडवांस टीम के रूप में जाती हैं और सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं में अधिकारियों की मदद करती हैं।

SPG की स्थापना कब हुई?

प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों को नज़दीकी सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 1985 में स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) का गठन किया गया था। SPG अधिकारियों में उच्च नेतृत्व गुण, व्यावसायिकता, नज़दीकी सुरक्षा ज्ञान और नेतृत्व संस्कृति होती है। SPG न केवल अपने काम में, बल्कि IB और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस बलों के साथ मिलकर समग्र सुरक्षा व्यवस्था में भी नए तरीके अपनाता है।

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