प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 58वें डीजीपी-आईजीपी मीटिंग के दौरान पुलिस के सीनियर अधिकारियों को बड़ी नसीहत देते हुए कहा कि पुलिस को डाटा के साथ काम करना चाहिए, डंडे के साथ नहीं।
DGP-IGP National Conference. पीएम मोदी ने जयपुर में आयोजित डीजीपी-आईजीपी नेशनल कांफ्रेंस के दौरान कहा कि पुलिस को डाटा के साथ काम करने की जरूरत है, डंडे के साथ नहीं। पीएम ने आगे कहा कि पुलिस को मॉडर्न और वर्ल्ड क्लास फोर्स में खुद को ट्रांसफार्म करने की जरूरत है। भारत को 2047 तक विकसित करने के लक्ष्य को पाने के लिए यह जरूरी है। यह भारत की आजादी का 100वां साल होगा और इस साल विकसित भारत दुनिया के सामने होगा।
भारत सरकार के लिए सिटीजन फर्स्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने अंग्रेजी जमाने के तीन पुराने कानूनों इंडियन पैनल कोड, कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर और इंडियन एविडेंस एक्ट को समाप्त कर दिया है, इनकी जगह तीन नए कानूनों ने ली है। इसका एकमात्र उद्देश्य सिटिजन फर्स्ट है। डीजीपी आईजीपी नेशनल कांफ्रेंस के दौरान पीएम ने कहा कि हमारे लिए सिटीजन फर्स्ट, डिग्निटी फर्स्ट और जस्टिस फर्स्ट है। कहा कि पुलिस इस बात फोकस करे महिलाओं की सुरक्षा ऐसी हो कि वे कभी भी, कहीं भी काम करने में झिझक न महसूस करें। ऐसे में पुलिस को डंडा की डाटा के साथ काम करने की जरूरत है।
तीन नए कानूनों पर क्या बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तीन नये कानूनों की वजह से क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में बड़ा बदलाव आया है। कहा कि महिलाओं और बच्चियों को उनके अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए। कहा कि पुलिस को यह कोशिश करनी चाहिए कि समाज में, आम आदमी के विचारों में उनकी सकारात्मक छवि बने। सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस आम आदमी के हित वाले मैसेजेस फॉरवर्ड करे ताकि लोगों के मन में पुलिस के प्रति सम्मान पैदा हो। पीएम ने यह भी कहा कि पुलिस को डर की जगर डिग्निटी को वरीयता देनी चाहिए।
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