खाप, पहलवानों के इस फैसले से खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। नाराज खाप-किसानों ने 9 जून को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को टाल दिया है।
Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले पहलवानों का आंदोलन अंतर्कलह से जूझता दिख रहा है। पहलवानों का खुलकर साथ दे रहे खाप पंचायतों और किसान संगठनों की नाराजगी सामने आ रही है। दरअसल, खाप और किसान इसलिए नाराज हैं कि पहलवानों का नेतृत्व कर रहीं साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया सहित कुछ पहलवानों ने अमित शाह से चुपके से मुलाकात कर ली और फिर नौकरी भी ज्वाइन कर ली। खाप, पहलवानों के इस फैसले से खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। नाराज खाप-किसानों ने 9 जून को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को टाल दिया है।
बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए जंतर-मंतर पर प्रदर्शन शुरू कराने का खाप ने किया था ऐलान
दरअसल, 28 मई को नई संसद के पास पंचायत करने जा रहे पहलवानों को करीब दो किलोमीटर दूर ही पुलिस बल ने जबरिया रोक हिरासत में ले लिया। पुलिस का पहलवानों संग दुर्व्यवहार के फोटोज भी सामने आए थे। पुलिस ने पहलवानों के खिलाफ दंगा करने सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया था। साथ ही जंतर-मंतर पर उनके धरनास्थल को हटाने के साथ ही टेंट वगैरह उखड़वा दिए। इसके बाद पहलवानों ने अपने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने का ऐलान किया था। पहलवान हरिद्वार अपना मेडल बहाने पहुंचे लेकिन ऐन वक्त पर खाप पंचायत की ओर से नरेश टिकैत मौके पर पहुंचे और उन्होंने पहलवानों को मेडल न बहाने का अनुरोध कर, पांच दिनों का उनसे मोहलत मांगा। पहलवान मान गए और नरेश टिकैत ने पहलवानों के मेडल्स की पोटली अपने पास रख ली। टिकैत ने सरकार को पांच दिनों का अल्टीमेटम दिया कि वह बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई करे। इसके बाद बीते दिनों कुरुक्षेत्र में खापों और किसानों ने महापंचायत की। इस महापंचायत में हजारों किसान व खाप के लोग जुटे। सबने निर्णय लिया कि अगर बृजभूषण शरण सिंह को सरकार गिरफ्तार नहीं कराती है तो वह लोग 9 जून को जंतर मंतर पर जुटेंगे और पहलवानों का वहां प्रदर्शन शुरू कराएंगे।
लेकिन चुपके से प्रमुख पहलवानों ने कर ली अमित शाह से मुलाकात
पहलवानों का आंदोलन पूरे रौ में था लेकिन रविवार को यह खबर आई कि शनिवार की रात में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने अमित शाह से मुलाकात की है। इसके बाद सोमवार को तीनों अपनी नौकरी करने लौट गए। तीनों पहलवान रेलवे में नौकरी करते हैं। उधर, ड्यूटी पर तीनों पहलवानों के लौटने के बाद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर भी अपने बयान से पलट गई है।
नरेश टिकैत हैरान, बोले- नहीं जानते क्या समझौता हुआ
उधर, पहलवानों का गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात पर किसान नेता नरेश टिकैत ने हैरानी जताई है। उन्होंने साफ कहा कि गृहमंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच क्या समझौता हुआ, यह वह नहीं जानते हैं। अगर पहलवानों ने समझौता कर खुद फैसला ले लिया है तो हम क्या कर सकते हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन को रद्द कर दिया गया है। सरकार ने प्रदर्शनकारी पहलवानों से बातचीत शुरू कर दी है। अब पहलवानों और सरकार के बीच बातचीत के नतीजे के आधार पर आगे के विरोध के बारे में फैसला लिया जाएगा।
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