दिल्ली पुलिस ने गुरूवार नाबिलिग के यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण सिह (Brijbhushan Singh) के खिलाफ मामला रद्द करने की सिफारिश कोर्ट से की है। साथ ही दिल्ली पुलिस ने बड़ा अपडेट भी दिया है।
Brijbhushan Singh Case. नाबालिग से यौन शोषण के मामले में बृजभूषण शरण सिंह को दिल्ली पुलिस ने क्लीन चिट दी है। साथ ही कोर्ट से उनके खिलाफ नाबालिग मामले में मुकदमा रद्द करने की भी सिफारिश की है। पुलिस ने इस मामले में बड़ा अपडेट देते हुए कहा कि उन्हें अभी भी यौन उत्पीड़न और लड़कियों का पीछा करने के आरोपों का सामना करना पड़ेगा।
दिल्ली पुलिस ने दायर की 1000 पन्नों की चार्जशीट
महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर दिल्ली पुलिस ने कुश्ती संघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ बुधवार को 1,000 पन्नों की चार्जशीट दायर की है। पुलिस ने सिंह के खिलाफ नाबालिग मामले में 500 पन्नों की रद्दीकरण रिपोर्ट भी दर्ज की है। पुलिस ने उनके खिलाफ एक नाबालिग द्वारा दायर यौन उत्पीड़न के मामले को रद्द करने की सिफारिश की है और अदालत को बताया कि जांच में कोई पुष्ट सबूत नहीं मिले हैं।
पहलवानों के आरोप पर क्या कहती है दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस ने बयान दिया है कि पॉक्सो मामले में जांच पूरी होने के बाद हमने सीआरपीसी की धारा 173 के तहत पुलिस रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इसमें शिकायतकर्ता यानी पीड़िता के पिता और स्वयं पीड़िता के बयानों के आधार पर मामले को रद्द करने का अनुरोध किया गया है। आगे बयान में कहा गया कि पहलवानों द्वारा दर्ज प्राथमिकी में जांच पूरी होने के बाद हम आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 354, 354ए, 354डी के तहत अपराध और आईपीसी की धारा 109/354/354ए/506 के तहत अपराध के लिए चार्जशीट दाखिल कर रहे हैं। चार्जशीट में किसी महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग, यौन उत्पीड़न और पीछा करने जैसे अपराधों का जिक्र किया गया है।
4 जुलाई को होगी नाबालिग केस रद्द होने की सुनवाई
जानकारी के अनुसार नाबालिग मामले को रद्द करने पर सुनवाई 4 जुलाई को निर्धारित की गई है। बीते 21 अप्रैल को सात महिला पहलवानों, जिनमें से एक कथित रूप से नाबालिग थी, ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। शिकायत के बाद पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पिछले हफ्ते ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक से मुलाकात की थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि मामले में आरोप पत्र 15 जून तक दाखिल कर दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद पहलवानों ने अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया था।
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