पुलिस आरोपी पूर्व कोच शेखर पाठक को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नौ मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस के मुताबिक शेखर पाठक जिलास्तरीय फुटबाल खिलाड़ी रहा है। 2004 से 2010 तक लायन्स क्लब फुटबॉल टीम की तरफ से खेलता था। मार्च 2011 से उसने कोच के तौर पर करियर शुरू किया था।
स्पोर्ट्स डेस्क। दिल्ली यूनाईटेड फुटबॉल क्लब से हटाए जाने से नाराज कोच शेखर पाठक ने शर्मनाक हरकत की। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में ड्रेसिंग रूम से क्लब के सदस्यों के मोबाइल फोन और पर्स चुरा लिया। हालांकि पुलिस ने दो माह बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है।
यह है पूरा मामला
पुलिस को 13 मार्च को एक फुटबॉल टीम से जुड़े 12 मोबाइल फोन और पर्स चोरी होने की सूचना मिली थी, जिनमें लगभग 10,000 रुपये थे। जांच से पता चला कि ड्रेसिंग रूम फुटबाल टीम को दिया गया था और सभी खिलाड़ियों ने लॉकर्स में अपना सामान रखा था। मैच समाप्त होने के बाद जब खिलाड़ी वापस आए तो उन्होंने पाया कि लॉकर्स तोड़े हुए हैं और उनके मोबाइल फोन और पर्स गायब हैं।
ऐसे खुला राज
चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस ने स्टेडियम में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। लेकिन, कोई सुराग हाथ नहीं लगा। वहीं, दो माह बाद चोरी किया गया एक फोन स्विच ऑन पाया गया। पुलिस ने फोन करने वाले व्यक्ति को सर्विलांस के माध्यम से पकड़ लिया और उससे पूछताछ की। पकड़े गए युवक ने बताया कि पूर्व फुटबॉल कोच और पांडव नगर के रहने वाले शेखर पाठक ने उसे यह फोन बेचा था। लेकिन, उसने उसे वापस कर दिया था, क्योंकि वो फोन की मूल रसीद उपलब्ध नहीं करा पाया।
2011 से कोच के तौर पर शुरू किया था करियर
पुलिस आरोपी पूर्व कोच शेखर पाठक को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से नौ मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस के मुताबिक शेखर पाठक जिलास्तरीय फुटबाल खिलाड़ी रहा है। 2004 से 2010 तक लायन्स क्लब फुटबॉल टीम की तरफ से खेलता था। मार्च 2011 से उसने कोच के तौर पर करियर शुरू किया था।
(प्रतीकात्मक फोटो)