रंगभेद के खिलाफ जंग तेज, अपने नाम की जगह 'ब्लैक लाइव्स मैटर' लिखी जर्सी पहनेंगे फुटबॉलर, ऐसे खेलेंगे 12 मैच

Published : Jun 13, 2020, 01:39 PM ISTUpdated : Jun 13, 2020, 01:44 PM IST
रंगभेद के खिलाफ जंग तेज, अपने नाम की जगह 'ब्लैक लाइव्स मैटर' लिखी जर्सी पहनेंगे फुटबॉलर,  ऐसे खेलेंगे 12 मैच

सार

अलग-अलग एथलीट्स भी  रंगभेद (नस्लभेद ) के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। इंग्लिश फुटबॉल क्लब आर्सनल के खिलाड़ियों ने भी ब्रेंटफोर्ड के खिलाफ फ्रेंडली मैच से पहले 'ब्लैक लाइव्स मैटर' लिखी जर्सी पहनी। इसके अलावा कई क्लब के खिलाड़ी ट्रेनिंग के दौरान घुटने के बल बैठकर अपना विरोध जता रहे हैं।  

दिल्ली । रंगभेद ( नस्लभेद ) के खिलाफ लड़ाई में अब इंग्लिश प्रीमियर लीग के खिलाड़ी भी शामिल हो गए हैं। खिलाड़ियों ने कहा है कि हमारी कोशिश है कि वैश्विक समाज में किसी के साथ भी रंग, नस्ल के आधार पर कोई भेदभाव न हो और सबको सम्मान के साथ बराबरी का मौका मिलें। इसके लिए बुधवार से शुरू हो रही लीग में फुटबॉलर अपने नाम की जगह 'ब्लैक लाइव्स मैटर' लिखी जर्सी पहनकर खेलने उतरेंगे। लीग के शुरुआती 12 मैचों में खिलाड़ी ऐसी ही जर्सी पहनेंगे। वहीं, इंग्लिश प्रीमियर लीग ने भी कहा है कि वह उन खिलाड़ियों का समर्थन करेगी जो घुटने के बल बैठकर विरोध जताएंगे। बता दें कि अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग के खिलाड़ी कोलिन कैपरनिक ने घुटने के बल बैठकर नस्लभेद के खिलाफ विरोध जताने की शुरुआत की थी। 
 
इस तरह हुई थी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत
अमेरिका के मिनेपोलिस शहर की पुलिस ने 25 मई को अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा था। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने उन्हें हथकड़ी पहनाई और जमीन पर उल्टा लिटाकर उसकी गर्दन को घुटने से करीब 9 मिनट तक दबाए रखा। इससे जॉर्ज की सांसें रुक गईं और मौत हो गई। इसके बाद 40 से भी अधिक शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। उनका शव बीते मंगलवार को ह्यूस्टन में फ्लॉयड को दफनाया गया। इस दौरान 8 मिनट और 46 सेकंड का मौन धारण किया गया, क्योंकि इतनी ही देर पुलिस ने घुटने से फ्लॉयड की गर्दन दबाए रखी थी। दम घुटने से उसकी मौत हो गई थी।

आर्सनल के खिलाड़ियों ने भी विरोध जताया
अलग-अलग एथलीट्स भी  रंगभेद (नस्लभेद ) के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। इंग्लिश फुटबॉल क्लब आर्सनल के खिलाड़ियों ने भी ब्रेंटफोर्ड के खिलाफ फ्रेंडली मैच से पहले 'ब्लैक लाइव्स मैटर' लिखी जर्सी पहनी। इसके अलावा कई क्लब के खिलाड़ी ट्रेनिंग के दौरान घुटने के बल बैठकर अपना विरोध जता रहे हैं।
 

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