2018 एशियन गेम्स: डोपिंग की दोषी पाई गई बहरीन की एथलीट, भारत का सिल्वर मेडल हो गया गोल्ड

Published : Jul 24, 2020, 02:57 PM IST
2018 एशियन गेम्स: डोपिंग की दोषी पाई गई बहरीन की एथलीट, भारत का सिल्वर मेडल हो गया गोल्ड

सार

अब बहरीन की टीम के एक सदस्य के डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद बहरीन का गोल्ड मेडल रद्द कर दिया गया है, जिसका फायदा भारतीय टीम को मिला है।

स्पोर्ट्स डेस्क. एथलेटिक्स में भारत की मिक्स्ड रिले टीम के एशियन गेम्स सिल्वर मेडल को अपग्रेड कर गोल्ड मेडल कर दिया गया है। 2018 में जकार्ता में हुए एशियन गेम्स के 4x400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम में भारतीय टीम को सिल्वर मेडल हासिल हुआ था और बहरीन की टीम को गोल्ड मिला था। 

अब बहरीन की टीम के एक सदस्य के डोपिंग टेस्ट में फेल होने के बाद बहरीन का गोल्ड मेडल रद्द कर दिया गया है, जिसका फायदा भारतीय टीम को मिला है।

बहरीन की एथलीट पर बैन का मिला फायदा

2018 एशियन गेम्स में मोहम्मद अनस, हिमा दास, अरोकिया राजीव और पूवम्मा की भारतीय टीम मिक्स्ड रिले टीम में बहरीन के बाद दूसरा स्थान हासिल किया था। भारतीय टीम ने फाइनल में 3:15:71 मिनट का समय निकालकर रेस पूरी की थी, जबकि बहरीन ने 3:11:89 मिनट में रेस जीतकर गोल्ड हासिल किया था।

इस रेस में बहरीन की टीम में शामिल एथलीट केमी एडिकोया को डोपिंग का दोषी पाया गया था और एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने बहरीन की इस एथलीट पर 4 साल का प्रतिबंध लगाया है। एआईयू ने अगस्त 2018 के बाद एडिकोया के सभी नतीजों को रद्द करने का फैसला किया है, जिसका फायदा भारतीय टीम को मिला है।

अनु राघवन को मिला ब्रॉन्ज मेडल

वहीं, रिले टीम के अलावा हर्डल्स रेस में भी भारत को इस फैसला से फायदा हुआ है। एशियन गेम्स में महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ (हर्डल्स) में एडिकोया ने गोल्ड हासिल किया था, जबकि भारत की अनु राघवन चौथे स्थान पर रही थीं।

एडिकोया पर बैन के कारण उनसे गोल्ड छीन लिया गया है और इसे सिल्वर मेडल जीतने वाली वियतनामी एथलीट को दिया जाएगा। वहीं 56.92 सेकंड का समय निकालकर चौथे स्थान पर रही अनु अब एक स्थान ऊपर बढ़कर ब्रॉन्ज मेडल हासिल करेंगी। इन नतीजों के साथ ही एशियन गेम्स में अब भारत की मेडल टैली 19 के बजाए 20 मेडल की होगी। इसमें 7 की बजाए अब 8 गोल्ड हो गए हैं।

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