ज्वाला गुट्टा ने 2011 में विश्व चैम्पियनशिप में अश्विनी पोनप्पा के साथ भारत के लिए पहला युगल पदक जीता था। ज्वाला ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ सालों से विशेष एकेडमी से आने वाले हैदराबाद और तेलुगु खिलाड़ियों को ही वरीयता दी जा रही है।
स्पोर्ट्स डेस्क। ज्वाला गुट्टा ने एक बार फिर भारतीय बैडमिंटन के दिग्गज खिलाड़ी और नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद पर निशाना साधा है। पूर्व साथी खिलाड़ी पर आरोप लगाते हुए ज्वाला ने कहा कि पुलेला की वजह से करियर में उन्हें कई मौके नहीं मिले। उनकी वजह से मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ी। गोपीचंद और ज्वाला गुट्टा साथ खेल चुके हैं।
मैंने मुखरता की कीमत चुकाई
ज्वाला गुट्टा ने एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे परेशानी भरा दौर भी देखना पड़ा। मैं मानसिक पीड़ा से गुजरी। तमाम चीजों के लिए मैं उन्हें (पुलेला) जिम्मेदार ठहराती हूं। अपनी मुखरता के लिए मुझे बहुत बड़ी कीमत (करियर में) चुकानी पड़ी है।" हालांकि ज्वाला ने यह भी कहा कि उन्होंने (गोपी) जो कुछ भी हासिल किया वो उसके हकदार थे।
ज्वाला ने कहा, "उन्हें (पुलेला) पता था कि मैं क्या कर सकती थी। वह मेरी क्षमता को जानते थे। उनसे अपेक्षाएं रखना मेरे लिए स्वाभाविक था। इसीलिए मैं उनसे जुड़ी थी।"
जीत का श्रेय पुलेला को, हार का ठीकरा सिस्टम पर
ज्वाला ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ सालों से विशेष एकेडमी से आने वाले हैदराबाद और तेलुगु खिलाड़ियों को ही वरीयता दी जा रही है। यह भी कहा कि भारत की जीत का श्रेय गोपीचंद को हार का ज़िम्मेवार सिस्टम को ठहरा दिया जाता है।
बताते चलें कि ज्वाला गुट्टा ने 2011 में विश्व चैम्पियनशिप में अश्विनी पोनप्पा के साथ भारत के लिए पहला युगल पदक जीता था। वो बैडमिंटन की दिग्गज खिलाड़ी रह चुकी हैं। वो इससे पहले भी पुलेला पर निशाना साध चुकी हैं। पुलेला इस वक्त बैडमिंटन के नेशनल कोच हैं। कभी ज्वाला और पुलेला ने 2004 में मिक्स्ड डबल्स की नेशनल चैम्पियनशिप का खिताब जीता था, मगर वक्त के साथ दोनों के रिश्तों में तनाव आ गया।