खेल मंत्रालय ने गुरूवार को सभी राष्ट्रीय महासंघों को 15 अप्रैल तक टूर्नामेंट और चयन ट्रायल आयोजित करने से रोक दिया और साथ ही कहा कि ओलंपिक जाने वाली टीम के खिलाड़ियों को किसी अन्य एथलीट से दूर रखा जाये जो ट्रेनिंग शिविर का हिस्सा नहीं है।
नई दिल्ली. खेल मंत्रालय ने गुरूवार को सभी राष्ट्रीय महासंघों को 15 अप्रैल तक टूर्नामेंट और चयन ट्रायल आयोजित करने से रोक दिया और साथ ही कहा कि ओलंपिक जाने वाली टीम के खिलाड़ियों को किसी अन्य एथलीट से दूर रखा जाये जो ट्रेनिंग शिविर का हिस्सा नहीं है। ये निर्देश कोविड-19 महामारी के चलते दिये गये हैं जिसने दुनिया भर में खेल प्रतियोगिताओं पर बड़ा असर डाला है। इससे आगामी एथलेटिक्स इंडियन ग्रां प्री के आयोजन पर सवाल उठ गया है जो शुक्रवार से शुरू होनी है।
15 अप्रैल तक कोई भी प्रतियोगिता ना कराने की सलाह
मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ और राष्ट्रीय खेल महासंघों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘सभी खेल संस्थाओं और उनकी मान्यता प्राप्त इकाइयों को 15 अप्रैल 2020 तक किसी भी खेल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं कराने की सलाह दी जाती है जिसमें टूर्नामेंट के अलावा चयन ट्रायल भी शामिल हैं। ’’ साथ ही मंत्रालय ने महासंघों से कहा कि वे ओलंपिक ट्रेनिंग शिविर में किसी अन्य एथलीट, कोच या सहयोगी स्टाफ को कोविड-19 महामारी के लिये पृथक रखने के प्रोटोकाल का पालन किये बिना शामिल होने की अनुमति नहीं दें।
खेल मंत्रालय ने जारी किया निर्देश
मंत्रालय ने दो-बिंदु निर्देश में कहा, ‘‘जहां ट्रेनिंग चल रही हो, उस परिसर में बाहर से एथलीट के संपर्क में आने की अनुमति नहीं होगी। ’’ इसके अनुसार, ‘‘पृथक रखने के प्रोटोकाल का पालन किये बिना किसी कोच, तकनीकी/सहायक स्टाफ एथलीट को ट्रेनिंग कर रहे खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने या मिलने की अनुमति नहीं होगी जो ट्रेनिंग शिविर का हिस्सा नहीं हैं और ट्रेनिंग परिसर में नहीं रह रहे हैं।’’
खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि खिलाड़ियों को इस खतरनाक वायरस से बचाने के लिये सभी ऐहतियाती कदम उठाये गये हैं।
(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)