टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) की महिला हॉकी (Women's Hockey) कांस्य पदक (Bronze) प्ले ऑफ मुकाबले में भारतीय महिलाओं का सामना ग्रेट ब्रिटेन (India vs Great Britain) से हुआ। इस मैच में भारतीय टीम को 4-3 से हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स डेस्क:टोक्यो 2020 के महिला हॉकी कांस्य पदक प्ले ऑफ में भारतीय महिलाओं ने रियो ओलंपिक खेल-2016 की स्वर्ण पदक विजेत ब्रिटेन को संघर्ष करने के लिए मजबूर किया। मैच में कई बार अपना नियंत्रण भी बनाया। इसके बावजूद आखिर में भारतीय टीम को 3-4 से हार मिली और भारत पहली बार ओलंपिक पदक जीतने का इतिहास रचने से रह गया। भारतीय टीम का सफर अब टोक्यो 2020 में चौथे स्थान पर रहकर खत्म हुआ है। इससे पहले टोक्यो में ही ब्रिटेन ने भारत को 4-1 से मात दी थी, लेकिन इसके बाद भारतीय महिलाओं का खेल पूरी तरह बदल चुका था। वे पहली बार ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले तक पहुंची थीं। ऐसे में यह मुकाबला भारत के इतिहास में एक नई कहानी लिख सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
पीएम बोले- याद रखा जाएगा प्रदर्शन
भारतीय महिला हॉकी टीम के मैच हारने के बाद पीएम मोदी ने टीम की सरहाना की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'हम अपनी महिला हॉकी टीम के #Tokyo2020 में शानदार प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रर्दशन दिया। भारत को इस शानदार टीम पर गर्व है।' उन्होंने कहा कि, 'हम महिला हॉकी में एक पदक से बहुत कम मार्जिन से चूक गए लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है- जहां हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और नए मोर्चे बनाते हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि #Tokyo2020 में उनकी सफलता भारत की युवा बेटियों को हॉकी को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।'
पहला क्वार्टर- भारत और ब्रिटेन के बीच हुए मुकाबले में शुरुआत से ही ब्रिटेन की टीम भारत पर हावी रही। लेकिन वे गोल करने में सफल नहीं हो सकीं और पहला क्वार्टर 0-0 के स्कोर पर ही खत्म हुआ।
दूसरा क्वार्टर- इस राउंड की शुरुआत में 60 सेकंड के अंदर ग्रेट ब्रिटेन ने गोल कर भारतीय टीम पर 1-0 से बढ़त बना ली। ब्रिटिश खिलाड़ी ऐलेना सियान रेयर के शॉट को रोकने की कोशिश में भारतीय डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का की स्टिक से गोल हो गया और 1 प्वाइंट ब्रिटेन को मिल गया। इसके बाद ब्रिटेन ने 24वें मिनट में एक और गोल दागकर स्कोर 2-0 कर लिया। हालांकि, भारतीय टीम की ओर से शानदार कमबैक करते हुए गुरजीत कौर ने 2 पेनाल्टी को 2 गोल में तब्दील किया और स्कोर 2-2 कर लिया। दूसरे क्वार्टर के खत्म होने से पहले 29वें मिनट में वंदना कटारिया ने शानदार गोल करते हुए भारत को 3-2 की बढ़त दिला दी है।
तीसरा क्वार्टर- मैच के 35वें मिनट में ब्रिटेन की कप्तान होली पीयरने-वेब ने टोक्यो ओलंपिक में अपना पहला गोल करते हुए स्कोर को 3-3 से बराबर कर दिया। इस राउंड में भारतीय टीम को पेनाल्टी जरूर मिली, लेकिन वह उसे गोल में तब्दील नहीं कर पाई।
चौथा क्वार्टर- इस राउंड की शुरुआत में 48वें मिनट में ब्रिटेन को लगातार तीन पेनाल्टी कार्नर मिले और तीसरे पेनाल्टी कार्नर को उसने गोल में तब्दील कर लिया और भारत के खिलाफ 4-3 की बढ़त बना ली। ब्रिटेन के गोल करने के 4 मिनट बाद भारत को बराबरी करने का मौका मिला, लेकिन वह पेनाल्टी को गोल में तब्दील नहीं कर पाएं।
भारत की टीम
वंदना कटारिया, शर्मिला देवी, सविता पुनिया, गुरजीत कौर, दीप ग्रेस एक्का, निक्की प्रधान, नेहा गोयल, लालरेम्सियामी, उदितास, निशा, नवजोत कौर, रानी रामपाली, सलीमा टेटे, मोनिका मलिक, सुशीला चानू, नवनीत कौर।
ग्रेट ब्रिटेन की टीम
लिआह विल्किंसन, ऐली रायर, सुज़ाना टाउनसेंड, मैडी हिंच, ग्रेस बाल्सडन, इसाबेल पेट्टर, फियोना क्रैकल्स, होली पीयरने-वेब, गिजेल एंस्ले, अन्ना तोमन, लौरा उन्सवर्थ, शोना मैककैलिन, हन्ना मार्टिन, सारा जोन्स, लिली ओवस्ले, सारा रॉबर्टसन।
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