पहला खेल विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में पिछले साल जनवरी में मेरठ में स्थापित किया गया था। इसका नाम 700 करोड़ रुपए के बजट के साथ महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया था।
स्पोर्ट्स डेस्क: खेले के लिहाज से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की स्थिति कुछ खास नहीं है। समय-समय पर विभिन्न सरकारों ने घोषणाएं तो बड़ी-बड़ी की, लेकिन धरातल पर उनका कोई असर दिखाई नहीं दिया। अब यूपी में खिलाड़ियों की दशा और दशा सुधरने वाली है। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने तय किया है कि वह अपने दूसरे कार्यकाल में खेलों को बढ़ावा देने पर अपना ध्यान देगी।
इस बार खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा 500 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा सोमवार को एक बयान जारी कर कहा गया, "राष्ट्रीय प्रतिभा खोज योजना' की तर्ज पर प्रदेश में खेल की प्रतिभाओं को खोजने का काम किया जाएगा। योजना के तहत खिलाड़ियों को तलाशने के बाद उन्हें तराशने का काम योग्य कोचों के माध्यम से किया जाएगा।"
यह भी पढ़ें: IPL 2022: Mumbai Indians को एक जगह पर मिलेगी शाही सुविधाएं, जानें 13,000 वर्ग मीटर में फैले MI Arena की खासियत
खेल विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया, "पिछले पांच वर्षो में, राज्य सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने में सक्षम है। हमारा उद्देश्य खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शन करने के लिए सक्षम बनाना है। 'राज्य खेल प्रतिभा खोज और विकास योजना' के तहत सरकार खिलाड़ियों को 5 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। केंद्र सरकार की श्रेष्ठ योजनाओं को राज्य में भी लागू किया जाएगा।"
महिला खिलाड़ियों को भी तराशा जाएगा
खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जाएगा। राज्य में खेलों में महिलाओं की भागीदारी उम्मीद के अनुरूप नहीं है। महिला खिलाड़ियों की अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए महिला कोचों की नियुक्ति की जाएगी। महामारी से ठीक पहले, 2019 में राज्य में कुल 522 खेल प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए थे, जिनमें से 109 केवल महिला प्रतिभागियों के प्रशिक्षण के लिए समर्पित थे। अब इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
पहला खेल विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में पिछले साल जनवरी में मेरठ में स्थापित किया गया था। इसका नाम 700 करोड़ रुपए के बजट के साथ महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया था। विश्वविद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा और खेल प्रबंधन पाठ्यक्रम शामिल किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें:
IPL 2022: चेन्नई सुपर किंग्स के लिए दो बड़ी खबर, एक अच्छी और एक बुरी
IPL 2022: कभी CSK के लिए खेलते हुए जीती थी पर्पल कैप, अब नई टीम के लिए नेट बॉलर बनने को मजबूर