मोरबी हादसा : झूलते पुल के टूटने से BJP सांसद के 12 रिश्तेदारों की मौत, कहा- नहीं बख्शे जाएंगे लापरवाह

गुजरात के मोरबी में रविवार शाम 7 बजे के करीब झूलता हुआ पुल टूटने से अब तक 140 लोगों की मौत हो गई। मच्छु नदी पर बने इस ब्रिज के टूटने से गुजरात से बीजेपी सांसद मोहन भाई कुंदरिया के 12 रिश्तेदारों की भी मौत हो गई है। बता दें कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 31, 2022 4:18 AM IST

Morbi Bridge Accident: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम 7 बजे के करीब झूलता हुआ पुल टूटने से अब तक 140 लोगों की मौत हो गई। मच्छु नदी पर बने इस ब्रिज के टूटने से गुजरात से बीजेपी सांसद मोहन भाई कुंदरिया के 12 रिश्तेदारों की भी मौत हो गई है। बता दें कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इसके अलावा 70 से ज्यादा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन के साथ ही सेना औऱ NDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं।

सांसद के 12 रिश्तेदारों की चली गई जान : 
राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई ने मोरबी हादसे को लेकर कहा कि मैंने इस दुर्घटना अपनी बहन के जेठ यानी मेरे जीजा के भाई की 4 बेटियों, 3 जमाई और 5 बच्चों को खो दिया है। यह बेहद दुखद है। मैं कल हादसे के बाद से यहीं पर हूं। 100 से ज्यादा लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। अभी और डेड बॉडी निकलने की आशंका है। 

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लापरवाहों को बख्शा नहीं जाएगा : 
सांसद मोहनभाई ने इस हादसे को लेकर कहा कि जिसकी भी गलती होगी, उसे किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों का सच सामने आएगा। बता दें कि इस मामले पर पीएम मोदी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने रातभर फोन पर हादसे से जुड़ी अपडेट ली। वहीं गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने भी मोरबी हादसे को बेहद दुखद बताया है। 

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बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही चालू हो गया था ब्रिज :  
बता दें कि इस ब्रिज को मरम्मत के बाद दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को ही शुरू किया गया था। सिर्फ 5 दिन में ही ब्रिज टूट गया, जबकि इसकी मरम्मत के लिए 2 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। ऐसे में प्रशासन पर भी सीधे सवाल उठ रहे हैं।  बता दें कि इस ब्रिज की मरम्मत और 15 साल तक मेंटेनेंस का ठेका ओरवा ग्रुप को दिया गया था। हालांकि, नगर निगम की ओर से ब्रिज को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था। 

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