उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख अवनीश पांडे ने कहा- उत्तराखंड में भी ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फॉर्मूला लागू होगा। कांग्रेस एक परिवार से सिर्फ एक सदस्य को ही टिकट दिया जाएगा। बता दें कि कुछ दिन पहले ही पंजाब में भी यही फॉर्मूला लागू किया गया था।
नई दिल्ली। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में गुरुवार को बड़ा फैसला लिया गया है। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में पंजाब के बाद अब उत्तराखंड में भी ‘एक परिवार, एक टिकट’ के फॉर्मूले लागू करने का निर्णय लिया है। उत्तराखंड स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख अवनीश पांडे ने कहा- उत्तराखंड में भी ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फॉर्मूला लागू होगा। कांग्रेस एक परिवार से सिर्फ एक सदस्य को ही टिकट दिया जाएगा।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही पंजाब में भी यही फॉर्मूला लागू किया गया था। लेकिन, उत्तराखंड कांग्रेस के नेता लगातार इस फॉर्मूले के विरोध में थे। यहां तक कि उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी बुधवार को स्पष्ट कहा था कि वे स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में इस फॉर्मूले का विरोध करेंगे। लेकिन, हाइकमान के आगे उनकी भी एक नहीं चली। फिलहाल, कांग्रेस हाइकमान के इस फैसले के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के सपनों को बड़ा झटका लगा है।
सभी 70 सीटों पर टिकट को लेकर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, उत्तराखंड की स्क्रीनिंग कमेटी की अगली बैठक 3 और 4 जनवरी को होनी है। आज स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में उत्तराखंड की सभी 70 सीटों पर टिकट को लेकर चर्चा हुई। उत्तराखंड के सभी निर्वाचन क्षेत्रों के दौरे के बाद पर्यवेक्षकों ने टेबल पर रिपोर्ट रखी। इसके अलावा, प्रभारी पदाधिकारियों से सारी जानकारी ली गई।
हरीश रावत समेत ये नेता मांगे रहे बच्चों के लिए टिकट
उत्तराखंड में हरीश रावत अपने बेटे या बेटी के लिए, विधायक दल नेता प्रीतम सिंह अपने बेटे के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। इसी तरह कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं। हाल ही में बीजेपी से घर वापसी करने वाले विधायक यशपाल आर्य अपने विधायक बेटे के लिए दावेदारी कर रहे हैं। इंदिरा ह्रदयेश के बेटे मां के निधन के बाद टिकट मांग रहे हैं।
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