यह हैं बिहार के बाहुबली MLA, 6 दिन तक पुलिस से भागते फिर रहे थे


बिहार के बाहुबली MLA अनंत सिंह ने 6 दिन तक पुलिस से भागने के बाद आखिरकार शुक्रवार को सरेंडर कर दिया। मोकामा से MLA अनंत सिंह ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। गौरतलब है कि 17 अगस्त को अनंत सिंह के घर पर पुलिस ने छापा मारा था। वहां से एक AK 4 सहित दो ग्रेनेड और गोलियां बरामद हुई थीं। अनंत सिंह कभी नितीश के करीब रहे।

Asianet News Hindi | Published : Aug 23, 2019 10:44 AM IST

दिल्ली. बिहार के बाहुबली MLA अनंत सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। 17 अगस्त को उनके घर पर पुलिस ने छापा मारा था। वहां से पुलिस को एक AK 47 सहित दो ग्रेनेड और गोलियां बरामद हुई थीं। इससे पहले कि पुलिस उन्हें पकड़ती, वे चकमा देकर फरार हो गए थे। वे 6 दिन तक पुलिस से भागते फिरे और फिर शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर करने पहुंच गए। फरारी के दौरान अनंत सिंह ने 3 वीडियो भी जारी किए थे। इसमें उन्होंने कोर्ट में सरेंडर करने की बात कही थी। साथ ही आरोप लगाया है कि पुलिस ने राजनीति षड्यंत्र के तहत खुद उनके घर में हथियार रखवाए थे।

 

पुलिस ने इस मामले में अनंत सिंह और उनके केयरटेकर सुनील राम के खिलाफ FIR दर्ज की है। पिछले महीने ही संसद में यूएपी एक्ट संशोधन बिल पास हुआ है। इसका मकसद देश में गैर कानूनी गतिविधियों पर कड़ाई से लगाम लगाना है। अनंत सिंह इस मामले में पहले आरोपी बने हैं।


छोटा सरकार के नाम से जाने जाते हैं अनंत सिंह
अनंत सिंह मोकामा से निर्दलीय MLA हैं। उनकी पत्नी नीलम देवी मुंगेर से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। 'छोटा सरकार' के नाम से कुख्यात अनंतर सिंह ने कहा कि जदयू सांसद ललन सिंह के इशारे पर उन्हें परेशान किया जा रहा है। क्योंकि वे नहीं चाहते कि वो 2020 में विधानसभा चुनाव लड़ें। अनंत सिंह पर हत्या सहित कई और भी जघन्य मामले दर्ज हैं। अनंत सिंह बिहार के ऐसे बाहुबली नेताओं में शुमार हैं, जिसका राजनीति में खासा दबदबा रहा है। 2005 में वे पहली बार जदयू के टिकट पर इलेक्शन जीते थे। इसके बाद 2010 में भी चुनाव जीते। लेकिन 2015 में एक मर्डर के आरोप में उन्हें जेल जाना पड़ा। इसके बाद जदयू ने उन्हें निलंबित कर दिया। हालांकि जेल से ही अनंत सिंह ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गए। एक समय था जब अनंत बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खासमखास थे। इससे पहले 31 जनवरी, 2019 को पुलिस ने अनंत के भांजों-मृत्युंजय और धनंजय सिंह के सलारपुर गांव स्थित खंडरनुमा घर पर छापा मारा था। तब वहां से एक थ्री नॉट थ्री, दो कट्टे, 315 राइफल की 17 गोली, थ्री नॉट थ्री की 10 गोली, 5.6 इंसास राइफल की 2 गोली और एके 47 राइफल की 18 गोलियां बरामद हुई थीं।

ऐसे हथियाया था लालू का घोड़ा
बात 2007 की है। अनंत सिंह जानवरों के एक मेल में घोड़ा गाड़ी लेकर पहुंचे थे। उसमें लालू प्रसाद यादव का घोड़ा जुता हुआ था। दरअसल, ऐसा अनंत ने लालू को चिढ़ाने के मकसद से किया था। अनंत सिंह की ख्वाहिश थी कि वो लालू का घोड़ा खरीदें, लेकिन उन्हें पता था कि लालू अपना घोड़ा उन्हें नहीं बेचेंगे। लिहाजा अनंत सिंह ने अपने एक परिचित के जरिये यह घोड़ा खरीद लिया था।

अजीबो-गरीब शौक
कहते हैं  कि अनंत सिंह को अजीबो-गरीब शौक हैं। वो कभी बग्गी दौड़ते दिखते हैं, तो कभी सांपों के कारण चर्चाओं में रहते हैं। बताते हैं कि अनंत सिंह को अजगर पालने का शौक है।

 

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