आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में को तगड़ झटका लगने जा रहा है। क्योंकिं मीडिया रिपोर्ट में खबरें आ रहीं हैं कि आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे कर्नल अजय कोठियाल सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने वाले हैं।
देहरादून (उत्तराखंड). दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में को तगड़ झटका लगने जा रहा है। क्योंकिं मीडिया रिपोर्ट में खबरें आ रहीं हैं कि आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे कर्नल अजय कोठियाल सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने वाले हैं। सियासी गलियारों में इसकी चर्चाएं अभी गर्म हैं। बाते होंने लगी हैं कि कर्नल जल्द ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। बता दें कि कर्नल कोठियाल ने आप पार्टी से हाल ही में इस्तीफा दिया है।
शौर्य चक्र विजेता कर्नल कोठियाल का आगे का सफर भाजपा के साथ
कर्नल अजय कोठियाल के आप छोड़ने के बाद से ही अटकलें लगाई भी जाने लगी थीं कि वह जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि कर्नल कोठियाल 31 मई मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। कर्नल अजय कोठियाल ने अपने सियासी सफर की शुरूआत एक साल पहले 2021 में की थी। भारतीय सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और आम आदमी पार्टी से जुड़ गए। उनकी गिनती इंडियन आर्मी के बहादुर अफसरों में होती थी। उन्हें कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र और विशिष्ट सेवा मेडल जैसे सम्मान से भी नवाजा जा चुका है
कहीं इस वजह से तो नहीं छोड़ी आप
दरअसल, 18 मई को आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ कर्नल अजय कोठियाल ने लिखा था कि पूर्व सैनिकों, अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए में अब आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। हालांकि सियासी गलियारों में चर्चा थी कि आप नेता दीपक बाली को प्रदेश अध्यक्ष बना देने से कर्नल नाराज चल रहे थे। इतना ही नहीं देहरादून में अध्यक्ष की ताजपोशी समारोह में कर्नल कोठियाल नजर नहीं आए थे।
आप उत्तराखंड में खाता भी नहीं खोल पाई
तीन महीने पहले ही उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कर्नल कोठियाल 'आप' की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा थे। उन्होंने गंगोत्री विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि वह भाजपा के सुरेश सिंह चौहान से चुनाव हार गए थे। उत्तराखंड में आप पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी। करारी हरार के बाद सीएम केजरीवाल ने प्रदेश में यूनिट को भंग कर दी थी।