कोरोना फेफड़ों को बना रहा पत्थर जैसा सख्त, जिससे फूलने लगती है सांस

कोविड-19 इस सदी की ऐसी महामारी बनकर सामने आई है, जिसने सारी दुनिया की सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक व्यवस्थाओं को तहस-नहस कर दिया है। इस बीमारी को रोकने अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है। इस बीच गुजरात के राजकोट में शुरू हुए देश के दूसरे कोविड ऑटोप्सी सेंटर की रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है। कोरोना के कारण फेफड़े पत्थर से हो जाते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Sep 30, 2020 6:31 AM IST

राजकोट, गुजरात. कोरोना महामारी ने सारी दुनिया पर बुरा असर डाला है। अभी तक इस संक्रमण को रोकने कोई वैक्सीन सामने नहीं आई है। इस बीच गुजरात के राजकोट में शुरू हुए देश के दूसरे कोविड ऑटोप्सी सेंटर (Autopsy या post-mortem examination) की रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात सामने आई है। रिसर्च में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण से फेफड़े इतनी बुरी तरह प्रभावित होते हैं कि वे पत्थर से बन जाते हैं। इससे व्यक्ति सांस नहीं ले पाता और उसकी मौत हो जाती है।

फेफड़ों पर चारों तरफ से करता है हमला
कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाने वाले 6 लोगों की ऑटोप्सी रिपोर्ट के बाद यह तथ्य सामने आया है। सेंटर की डॉ. हेतल क्याडा ने बताया कि संक्रमण के चलते फेफड़ों में फाईब्रोसिस(fibrosis) बहुत बढ़ जाते हैं। यह एक तरह की बीमारी है, जिसमें ऊतक (tissue) खराब होने लगते हैं। इससे खांसी आदि आना शुरू हो जाती है। आमतौर पर टीबी या निमोनिया में फाइब्रोसिस फेफड़ों में ऊपर या नीचे के हिस्से में होता है। लेकिन कोरोना संक्रमण फेफड़ों पर चारों तरफ से हमला करता है। इससे फेफड़े पत्थर जैसे सख्त हो जाते हैं। ऐसे में फेफड़ों तक शुद्ध हवा नहीं पहुंच पाती और व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।

Share this article
click me!