गुजरात में एक ऐसी अनोखी शादी हुई है, जहां माता पिता ने अपनी दुल्हन बेटी को करीब 2000 किताबें देकर ससुराल विदा किया है। बेटी ने पिता से अपनी मनपसंद किताबें दहेज में मांगी थीं।
राजकोट. अक्सर हर मां-बाप अपनी बेटी की शादी में सोने-चांदी के गहने, लग्जरी गाड़ियां और महंगे-महंगे गिफ्ट देते हैं। लेकिन गुजरात में एक ऐसी अनोखी शादी हुई है। जहां माता पिता ने दुल्हन बेटी को करीब 2000 किताबें देकर ससुराल विदा किया।
इन किताबों को लेने पता कई शहरों में गए खोजने
दरअसल, यह शादी गुजरात के राजकोट शहर में गुरुवार के दिन हुई। जहां शिक्षक हरदेव सिंह जाडेजा ने अपनी बेटी कित्ररी बा को यह किताबें दी हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए हरदेव सिंह ने बताया कि वह करीब एक महीने से बेटी के पंसदीदा किताबों की सूची बना रहे थे। इन बुकों के लिए वह दिल्ली, काशी और बेंगलुरु समेत कई शहरों से खरीदकर लाए हैं। पिता ने कहा-भगवान सबको ऐसी बेटी दे। उसने ना तो कोई गहना मांगा और ना ही कोई पैसा। दुल्हन के इस कदम के शादी में आए सभी मेहमानों ने तारीफ की और दूल्हा भी उसके इस कदम को सराहा।
कई भाषा की हैं किताबें, 6 महीने लगे किताबें एकत्रित करने में
हरदेव सिंह ने बताया कि करीब 6 महीने पहले मैंने कित्ररी की शादी वडोदरा के इंजीनियर पूर्वजीत सिंह तय की थी। उसी दौरान उसने मुझसे कहा था-पापा आप मुझको मेरे वजन के बराबर शादी में मेरी मनपसंद की किताबें गिफ्ट में देना। उन्होंने बताया कि मेरी बेटी को बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक है। उसने घर में लाइब्रेरी बना रखी है। जिसमें करीब 500 पुस्तकें हैं। इनमें महर्षि वेद व्यास से लेकर आधुनिक लेखकों की अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती भाषा की किताबें शामिल हैं।