यह कहानी एक ऐसे कुत्ते की है, जिसे किसी गाड़ी ने कुचल दिया था। हादसे में उसके दोनों पैर कट गए थे। लहुलुहान कुत्ते को देखकर एक बैंककर्मी को बहुत दुख हुआ। उसने कुत्ते का इलाज कराया। बाद में कुत्ते को एक अमेरिकन दम्पती ने गोद ले लिया। अब यह कुत्ता अमेरिका में है।
सुरेंद्रनगर(गुजरात). यह कहानी भावनाओं से भरी है। इंसान ही नहीं, जानवर भी प्यार के भूखे होते हैं। उन्हें भी मुसीबतों के वक्त देखभाल की जरूरत होती है। इस कुत्ते को अब फीरिया के नाम से पुकारते हैं। कभी यह स्ट्रीट डॉग था। दिनभर सड़कों पर भटकता रहता था। जो मिल जाता, उसे खा लेता था। दुर्भाग्य से एक दिन किसी गाड़ी ने उसे कुचल दिया। इस हादसे में उसके दोनों पैर कट गए। उस वक्त एक बैककर्मी अशीष ठक्कर वहां से गुजर रहे थे। लहूलुहान पड़ा कुत्ता दर्द से तड़प रहा था। यह देखकर आशीष को बहुत दुख हुआ। वे उसे उठाकर हॉस्पिटल ले गए। उसका इलाज कराया और अपने साथ घर पर रखा।
अहमदाबाद में कुत्ते का ऑपरेशन कराया गया। इस पर करीब 70 हजार रुपए खर्च हुए। जब कुत्ता ठीक हुआ, तो आशीष ने उसकी मदद के लिए फेसबुक कैम्पेन चलाया। उसके फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए। यह फोटो शिकागो(अमेरिका) में रहने वाले एंडू और हेबोराह पार्कर दम्पती ने भी देखे। उन्होंने आशीष से संपर्क किया और कुत्ते को गोद लेने की इच्छा जताई। इसके बाद आशीष डॉग को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से पार्कर दम्पती कुत्ते को अपने साथ अमेरिका ले गया। कुत्ते का नाम उन्होंने फीरिया रखा है। कुत्ते की किस्मत बदलने की खुशी आशीष के चेहरे पर भी साफ नजर आई। हालांकि वे कुत्ते के बिछुड़ने से दुखी भी थे। आशीष ने बताया कि पार्कर दम्पती फीरिया के लिए एक व्हीलचेयर बनवा रहे हैं, ताकि वो घूम-फिर सके। वे फीरिया के लिए कृत्रिम पैर भी बनवा रहे हैं।