गुजरात सरकार के पेट्रोलियम मंत्री मुकेश पटेल सूरत के जहांगीरपुरा इलाके के नायरा कंपनी के पंप पेट्रोल भरवाने के लिए पहुंचे हुए थे। वह एक आम आदमी की तरह गए थे, जिनके साथ ना तो पुलिस थी और ना ही कोई काफिला।
अहमदाबाद (गुजरात). केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल (deisel petrol) पर उत्पाद शुल्क कम कर दिया है। लेकिन अभी भी कीमतें ज्यादा हैं। जिसके चलते जनता परेशान है। वहीं आए दिन पेट्रेल पंप से आए दिन घपले बाजी की खबरें सामने आती रहती हैं। जिसके शिकार खुद गुजरात सरकार के पेट्रोलियम मंत्री मुकेश पटेल (gujarat minister mukesh patel) भी हो गए। जब उनको इस गोलमाल का पता चला तो उन्होंने पंप को सील करवा दिया।
आम आदमी की तरह पहुंचे पेट्रोलियम मंत्री जी
दरअसल. गुजरात सरकार के पेट्रोलियम मंत्री मुकेश पटेल सूरत के जहांगीरपुरा इलाके के नायरा कंपनी के पंप पेट्रोल भरवाने के लिए पहुंचे हुए थे। वह एक आम आदमी की तरह गए थे, जिनके साथ ना तो पुलिस थी और ना ही कोई काफिला। क्योंकि वह औचक निरीक्षण करने गए थे।
कलेक्टर ने रातों रात सील किया पंप
बता दें कि मंत्री मुकेश पटेल ने सबसे पहले अपनी कार में 4 हजार रुपए का डीजल डलवाया। लेकिन पंप के मीटर में पैसा और तेल की मात्रा साफ नहीं दिखाई दे रही थी। इस पर उन्होंने पंप के कर्मचारी से जवाब मांगा तो वह ठीक से कुछ नहीं बता पाया। कर्मचारी यह नहीं समझ पा रहे थे कि वह आम आदमी हैं या मंत्री। इसके बाद मंत्री ने इस घपले बाजी की जानाकरी कलेक्टर को फोन करके दी। फौरन आपूर्ति विभाग के अधिकारी पहुंचे और पंप को रात में ही सील कर दिया।
रिपोर्ट आने के बाद लाइसेंस किया जाएगा निरस्त
अधिकारियों ने पेट्रोल पंप के 12 नोजल की जांच करने के बाद करीब 6 नोजल सील कर दिए। साथ ही हिदायत दी की अगर अब से गड़बड़ी की गई तो पंप का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। वहीं मंत्री मुकेश पटेल ने बताया कि फिलहाल सूरत के इस पेट्रोल पंप के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं और जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।