गुजरात के नवसारी जिले के मलवाड़ा गांव में 12वीं कक्षा की एक छात्रा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।छात्रा स्कूल में छात्रों के सामने अपनी पिटाई से आहत थी और इसी वजह से घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना के बाद छात्रा के परिजन और आक्रोशित ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया।
नवसारी (Gujrat) . गुजरात के नवसारी जिले के मलवाड़ा गांव में 12वीं कक्षा की एक छात्रा ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। पहले तो इस घटना से परिजन कुछ समझ ही नहीं पाए कि आखिरकार छात्रा ने ये कदम क्यों उठाया, लेकिन बाद में उसके कुछ दोस्तों से बातचीत के बाद पूरी हकीकत सामने आई तो उनके भी होश उड़ गए। छात्रा स्कूल में छात्रों के सामने अपनी पिटाई से आहत थी और इसी वजह से घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना के बाद छात्रा के परिजन और आक्रोशित ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया।
जानकारी के मुताबिक दृष्टि पटेल मजीगाम के नयनाबेन माकनभाई पटेल स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा थी। दृष्टि ने बीते 30 सितंबर को अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। उस समय परिजन कुछ समझ नहीं पाए कि आखिर दृष्टि ने ऐसा कदम क्यों उठाया। लेकिन बाद में दोस्तों से पूछताछ के बाद ये सच सामने आया कि वह स्कूल में सभी छात्रों के सामने की गई अपनी पिटाई से आहत थी। परिजनों का आरोप है कि प्रिंसिपल समाता के पति अक्षय पटेल ने प्रिंसिपल के कहने पर सबके सामने बेरहमी से दृष्टि की पिटाई की थी जिससे वह आहत थी।
नोटबुक घर भूलने पर हुई थी पिटाई
दृष्टि के परिजनों के मुताबिक उसकी गलती बस इतनी थी कि वह यूनिट टेस्ट की नोटबुक स्कूल ले जाना भूल गई थी। इसके लिए उसने टीचर से माफी भी मांगी थी और भूलवश ऐसी गलती होने की बात कही थी। आरोप है कि इसके बाद भी उसके टीचर ने पूरी क्लास के सामने उसकी बेरहमी से पिटाई की। इस घटना से वह इतनी आहत थी कि इसे वह बर्दाश्त नही कर सकी। जिसके बाद उसने मौत को गले लगा लिया।
परिजनों और ग्रामीणों ने घंटो स्कूल में किया तांडव
दृष्टि की मौत से आक्रोशित परिजन व ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित भीड़ ने महिला प्रिंसिपल और उसके पति को पीटना शुरू कर दिया। आक्रोशित भीड़ ने स्कूल में जमकर तोड़फोड़ भी की। इसी बीच इसकी सूचना किसी ने चिखली थाने की पुलिस को दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रिंसिपल और उसके पति को किसी तरह आक्रोशित भीड़ के चंगुल से छुड़ाया और उन्हें थाने ले गई। आक्रोशित भीड़ ने थाने का भी घेराव करते हुए न्याय की मांग की।