एक अनोखा मामला गुजरात में सामने आया है। जहां एक नवजात ने मुस्कुराहट पर पुलिस कमिश्नर से लेकर हर कोई फिदा है। जैसे ही मासूम ने अपनी आंखें खोली तो कमिश्नर ने कहा-यह मेरी जिंदगी का सबसे आनंददायक क्षण है।
राजकोट. कहते हैं कि बच्चो की एक मुस्कान सबका दिल जीत लेती हैं। ऐसा ही एक अनोखा मामला गुजरात में सामने आया है। जहां एक नवजात ने मुस्कुराहट पर पुलिस कमिश्नर से लेकर हर कोई फिदा है। जैसे ही मासूम ने अपनी आंखें खोली तो कमिश्नर ने कहा-यह मेरी जिंदगी का सबसे आनंददायक क्षण है।
नवजात की मुस्कुराहट ने जीता सबका दिल
दरअसल, राजकोट जिले के ठेबचड़ा गांव में कुछ दिन पहले पुलिस को एक बच्ची लावारिस मिली थी। जिसको पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कर दिया था। हालांकि अभी तक मासूम के माता-पिता का पुलिस पता नहीं लगा सकी है। लेकिन बच्ची ने अस्पताल के स्टाफ से लेकर पुलिसकर्मियों का दिल जीत लिया है।
कमिश्नर मैं इस पल को जिंदगीभर नहीं भूल पाऊंगा
बच्ची को देखने के बाद कमिश्नर मनोज अग्रवाल उसका नाम अंबा रखा है। अफसर ने कहा-मासूम की हल्की सी मुस्कान मेरे लिए सुकून देती हैं। इस पल को में शायद ही कभी भूल पाऊंगा। तुमने आज मुझे जो अपनी मुस्कराहट दी, मैं ईश्वर का आभारी हूं। इसके अलावा कमिश्नर ने शिशु वार्ड में एक साइन बोर्ड पर लिखा-उठो अंबा पूरी दुनिया तुम्हारे लिए प्रार्थना कर रहा है। जैसे पही अफसर ने उसको उठाने लगे तो अस्पताल में मौजूद हर शख्स इमोशनल हो गया।
बच्ची को गोद लेने वालों की लगी लाइन
बता दें कि इस मासूम को गोद लेने वालों की अस्पताल में लाइन लग गई है। हर कोई इसको अपना नाम और उसे बेटी बनाना चाहता है। वहीं नागपुर से भी दंपती भी नवजात को गोद लेने के लिए गुजरात पहंच चुके हैं। हालांकि प्रशासन कहा बच्ची जब ठीक हो जाएगी तो उसको काठियावाड़ के बालाश्रम में भेज दिया जाएगा। वहीं कमिश्नर ने कहा-अभी हम उसके माता-पिता का इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद बच्ची को कौन गोद लेगा इसका निर्णय चाइल्ड वेलफेयर कमेटी करेगा।