उपचुनाव के बाद भाजपा से हाथ नहीं मिलाएगी जनता दल (सेकुलर): सिद्धरमैया

सिद्धरमैया ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार पांच दिसंबर को 15 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जरूरी सीटें जीतने में असफल रहेगी और उसे इस्तीफा देना होगा

Asianet News Hindi | Published : Nov 25, 2019 12:46 PM IST / Updated: Nov 25 2019, 06:18 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने सोमवार को पूर्व सहयोगी जनता दल (सेकुलर) के उपचुनाव के बाद भाजपा के साथ जाने की संभावना को सिरे से खारिज दिया। उन्होंने यह टिप्पणी राज्य में मध्यावधि चुनाव और कांग्रेस की जीत की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में की।

कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली सरकार पांच दिसंबर को 15 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जरूरी सीटें जीतने में असफल रहेगी और उसे इस्तीफा देना होगा। हुबली में पत्रकारों से बातचीत में सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जद (एस) उनका (भाजपा) समर्थन नहीं करेगी, इसका मुझे भरोसा है... मैंने इस बारे में जद(एस) से बात नहीं की है लेकिन मैं जानता हूं। मैं पहले जद(एस) में रह चुका हूं।’’

नहीं चाहते मध्यावधि चुनाव

उन्होंने यह बात भाजपा के बहुमत से दूर रहने की स्थिति में जद (एस) के समर्थन देने की संभावना पर कही। जद (एस) नेताओं ने संकेत दिया है कि वे मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते हैं और उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि नौ दिसंबर को सत्तारूढ़ भाजपा के बहुमत खोने की स्थिति में पार्टी अपना रुख तय करेगी। सिद्धरमैया ने कहा कि यह स्वभाविक है कि अगर भाजपा उपचुनाव में जरूरी सीटों पर जीत दर्ज करने में नाकामयाब होती है तो उन्हें इस्तीफा देना होगा।

कांग्रेस नेता से जब पूछा गया कि भाजपा को जरूरी सीटें नहीं मिलने पर कांग्रेस सदन में बहुमत साबित करने की मांग करेगी? तब उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें इस्तीफा देना होगा,सदन में दोबारा बहुमत साबित करने के लिए मतदान क्यों होगा?’’

छह सीटों पर दर्ज करनी होगी जीत 

उल्लेखनीय है कि सत्तारूढ़ भाजपा को 224 सदस्यीय सदन में बहुमत कायम रखने के लिए उपचुनाव में कम से कम छह सीटों पर जीत दर्ज करनी होगी। दो सीटें मस्की और आरआर नगर अभी भी खाली हैं। भाजपा की सरकार गिरने की स्थिति में सिद्धरमैया से मुख्यमंत्री बनने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘क्या मैंने ऐसा कहा था? मैंने ऐसा नहीं कहा। मेरा मानना है कि मध्यावधि चुनाव होगा। अगर मध्यावधि चुनाव होगा तो शत प्रतिशत हम जीत दर्ज करेंगे।’’

हालांकि मध्यावधि चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनने के बारे में पूछे जाने पर सिद्धरमैया ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और विधायक दल इसका फैसला करेगा।

उल्लेखनीय है कि सिद्धरमैया कई मौकों पर मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जता चुके हैं।

येदियुरप्पा के सभी 15 सीटों पर जीतने के दावे के बारे में पूछ जाने पर सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘ येदियुरप्पा यह जानकर की वह हारने वाले हैं थोड़ा परेशान हैं।’’

(प्रतिकात्मक फोटो)

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