बाढ़ में घर तबाह होने के 6 महीने बाद भी नहीं मिली मदद, तो किसान ने कर ली आत्महत्या

केरल के वायनाड जिले में 42 साल के एक व्यक्ति ने कथित रूप से केरल सरकार ने बाढ़ राहत नहीं मिलने की वजह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी ।

Asianet News Hindi | Published : Mar 3, 2020 12:47 PM IST

वायनाड (केरल), (भाषा): केरल के वायनाड जिले में 42 साल के एक व्यक्ति ने कथित रूप से केरल सरकार ने बाढ़ राहत नहीं मिलने की वजह से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी ।

वायनाड के निकट मेप्पडी के त्रिकाईपट्टा के रहनेवाले सानल कुमार अपने अस्थायी घर में सोमवार को फंदे से लटकते मिले । इस घर का निर्माण उनके दोस्तों एवं स्थानीय लोगों ने बनाया था ।

कुमार, उन सैकड़ों लोगों में शामिल हैं जिनके घर 2019 में अगस्त महीने में आये बाढ़ से तबाह हो गए थे। कुमार का घर 2018 के बाढ़ में आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ था लेकिन 2019 के बाढ़ में यह पूरी तरह से बर्बाद हो गया।

परिवारवालों का आरोप है कि दोबारा घर निर्माण के लिए अधिकारियों की तरफ से आवंटित राशि मिलने में हो रही देरी की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।

सूत्रों ने बताया कि कुमार लाइफ मिशन प्रोजेक्ट के तहत घर मिलने की प्रतीक्षा में थे।

वायनाड के विधान पार्षद सी के ससीनद्रन ने इस घटना को बेहद दुखद बताया है। उन्होंन बताया कि इस मामले को राजस्व अधिकारी के संज्ञान में भेजा गया है।

इसके बाद वैतिहरी के तहसीलदार अब्दुल हमीद ने मंगलवार सुबह शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि जमीन के संबंध में कुछ तकनीकी खामी थी और उनकी जमीन आदिवासी संरक्षित क्षेत्र में पड़ रहा था लेकिन ये लोग लंबे समय से वहां रह रहे थे।

हालांकि यह मामला सुलझा लिया गया है और अब मृतक के परिवार को चार लाख रुपये की राशि मिलेगी।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)   

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