डॉग गीता को दी गई सलामी, जानें अंतिम संस्कार से पहले क्यों भावुक हो गई कर्नाटक पुलिस

कर्नाटक पुलिस ने रविवार को मैंगलुरु  में कैनाइन स्क्वॉड डॉग गीता का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। गीता लंबे समय से पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रही थी। जानकारी के अनुसार, उनकी उम्र 11 साल 2 महीने थी।

Pawan Tiwari | Published : Sep 5, 2022 5:53 AM IST

मैंगलुरु. कर्नाटक पुलिस ने रविवार को मैंगलुरु  में कैनाइन स्क्वॉड डॉग गीता का अंतिम संस्कार किया। डॉग का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। बता दें कि डॉग गीता लैब्राडोर नस्ल की की थी और उसकी मौत 11 साल की उम्र में शनिवार को हो गई थी। गीता की ड्यूटी वीवीआईपी की सुरक्षा और रैलियों विस्फोटक पदार्थों की जांच के साथ-साथ सुरक्षा के लिए लगाई जाती थी। 

फूलों से दी गई श्रद्धांजलि
अंतिम संस्कार करने से पहले डॉग गीता को पुलिस कर्मियों ने फूलों से श्रद्धांजलि दी। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भावुक भी हो गए। अंतिम संस्कार से पहले पुलिसकर्मियों ने थोड़ी देर के लिए मौन रखा और फिर उसे सलामी दी गई जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।

 

 

रैलियो में होती थी पोस्टिंग
लैब्राडोर नस्ल की गीता एक स्पेशल डॉग स्क्वाड की मेंबर थी। वीवीआईपी और अन्य विशाल नेताओं की जनसभाओं के दौरान उसकी ड्यूटी बम विस्फोटक पहचाने के लिए लगाई जाती है। बता दें कि इसके लिए गीता को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी। संदिग्ध स्थल पर संभावित खतरे को देखते हुए डॉग गीता की तैनाती की जाती थी। गीता की पोस्टिंग पुलिस विभाग के कुत्ते दस्ते में थी।  

11 साल 2 महीने थी उम्र
गीता लंबे समय से पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे रही थी। जानकारी के अनुसार, उनकी उम्र 11 साल 2 महीने थी। गीता को स्पेशल सिक्योरिटी सेल के साथ तैनात किया जाता था। बता दें कि पिछले साल जुलाई में भी मैंगलुरु पुलिस ने एक जासूसी डॉग सुधा का अंतिम संस्कार किया गया था। मैंगलुरु शहर के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने सुधा की मौत पर ट्वीट कर शोक प्रकट किया था। सुधा डॉबरमैन पिंसर नस्ल की डॉग थी।

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