नागरिकता कानून के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने किया मार्च, मुरलीधरन; येदियुरप्पा को दिखाए काले झंडे

सत्तारूढ़ माकपा की छात्र इकाई 'स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया' (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कोझिकोड में टाउन हॉल में एक समारोह के दौरान मुरलीधरन को काले झंडे दिखाए
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 24, 2019 11:12 AM IST

तिरुवनंतपुरम/ कोझिकोड: केरल में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच केन्द्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा को मंगलवार को छात्र संगठनों ने काले झंडे दिखाए। कई मुस्लिम संगठनों में राज भवन तक मार्च भी किया।

सत्तारूढ़ माकपा की छात्र इकाई 'स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया' (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कोझिकोड में टाउन हॉल में एक समारोह के दौरान मुरलीधरन को काले झंडे दिखाए। पुलिस ने हालांकि प्रदर्शनकारियों को तुरन्त गिरफ्तार कर लिया और बल का प्रयोग कर उन्हें हॉल से बाहर निकाल दिया। इस दौरान वे लगातार सीएए और भाजपा नीत केन्द्र सरकार के खिलाफ नारे लगाते रहे।

केवल असम में होगा एनआरसी लागू 

केन्द्रीय मंत्री ने बाद में पत्रकारों से कहा कि असम के अलावा किसी अन्य राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने का केन्द्र का कोई इरादा नहीं है। मुरलीधरन ने कहा, ''उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार केन्द्र केवल असम में एनआरसी लागू कर रहा है। देश के अन्य हिस्सों में इसे लागू करने पर कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया है...सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है।''

प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाने सहित पुलिस की कार्रवाई पर सवाल किए जाने पर मंत्री ने कहा कि हिंसा के दौरान ये सब होना आम है। इससे पहले दिन में युवा कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर काले झंडे दिखाए थे। वह कन्नूर के लिए विमान पकड़ने यहां आए थे।

कन्नूर में भी दिखाए गए थे काले झंडे 

वह सोमवार शाम यहां श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे थे। पार्किंग के पास खड़े कार्यकर्ताओं ने येदियुरप्पा के काफिले के वहां से गुजरते समय काले झंडे दिखाए और 'वापस जाओ' के नारे लगाए। पुलिस ने बताया कि इन तीनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री को कन्नूर में भी दो जगह काले झंडे दिखाए गए थे। मुस्लिम समन्वय समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने राज भवन तक मार्च भी किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था 'धर्मनिरपेक्षता बचाओ' और  'सीएए नहीं.. एनआरसी नहीं।' प्रदर्शनकारियों में बच्चे भी शामिल थे जो सड़क पर बैठ गए और केन्द्र सरकार तथा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

राज्यपाल ने कथित तौर पर कानून का समर्थन किया है। 'यूथ लीग' के कार्यकर्ताओं ने कासरगोड और कन्नूर सहित कई स्थानों पर डाकघरों की घेराबंदी की। कोझिकोड में डाकघर मुख्यालय की ओर उनका मार्च और धरना सोमवार को हिंसक हो गया था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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