थम नहीं रहा वेस्ट बंगाल में नागरिकता कानून का विरोध, प्रदर्शनकारियों ने अब राज्यपाल के साथ किया ये काम

विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लेने गए राज्यपाल को तृणमूल कांग्रेस कर्मचारी संघ के प्रदर्शनकारियों ने धनखड़ को काले झंडे दिखाए और सुबह साढ़े दस बजे कैम्पस के गेट नंबर पांच पर उनकी कार को रोक दिया

Asianet News Hindi | Published : Dec 24, 2019 7:43 AM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के यादवपुर विश्वविद्यालय के गेट पर प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार सुबह राज्यपाल जगदीप धनखड़ की गाड़ियों के काफिले को रोक दिया। राज्यपाल विश्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लेने गए थे। 

तृणमूल कांग्रेस कर्मचारी संघ के प्रदर्शनकारियों ने धनखड़ को काले झंडे दिखाए और सुबह साढ़े दस बजे कैम्पस के गेट नंबर पांच पर उनकी कार को रोक दिया। धनखड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। प्रदर्शनकारियों ने 'वापस जाओ' के नारे लगाए और 'नो एनआरसी, नो सीएए' की तख्तियां दिखाई।

धक्कामुक्की और काले झंडे दिखाए गए

इस बीच कुलपति और रजिस्ट्रार प्रदर्शनकारियों को धनखड़ को प्रवेश करने देने के लिए मनाने की कोशिश करते रहे। इससे पहले सोमवार को भी राज्यपाल से विश्वविद्यालय में धक्कामुक्की की गई और उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे। विश्वविद्यालय सीएए विरोधी प्रदर्शनों का बड़ा केंद्र रहा है। इससे एक दिन पहले धनखड़ ने 24 दिसंबर को होने वाले विशेष दीक्षांत समारोह स्थगित करने के विश्वविद्यालय के फैसले को 'अवैध और अमान्य' बताया था।

धनखड़ विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय निर्धारण इकाई की एक बैठक में भाग लेने के लिए सोमवार को यादवपुर विश्वविद्यालय पहुंचे थे। छात्रों और गैर शिक्षण कर्मचारियों के प्रदर्शन के कारण वह बैठक में शामिल नहीं हो सके जिसके बाद कुलाधिपति ने कुलपति सुरंजन दास से राज भवन में आकर बैठक करने का अनुरोध किया था।

हालांकि, सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह तय किया कि बैठक कहीं और नहीं हो सकती क्योंकि यह यादवपुर विश्वविद्यालय में शुरू हो चुकी है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)
 

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