यह तस्वीर उत्तराखंड के पिरौरागढ़ की है। कोरोना से बचने यहां के लोग कुछ अंधविश्वास के चक्कर में फंसे देखे गए। हालांकि बाद में उन्हें समझाइश दी गई। आप इस चक्कर में बिलकुल नहीं पड़ें।
पिथौरागढ़, उत्तराखंड. यह तस्वीर उत्तराखंड के पिरौरागढ़ की है। कोरोना से बचने यहां के लोग कुछ अंधविश्वास के चक्कर में फंसे देखे गए। हालांकि बाद में उन्हें समझाइश दी गई। आप इस चक्कर में बिलकुल नहीं पड़ें। कोरोना हो या अन्य कोई बीमारी, उसे बगैर उपचार के दूर नहीं किया जा सकता। कोरोना की अभी तक दुनिया में कोई दवा नहीं बनी है। लेकिन डॉक्टरों के ट्रीटमेंट के बाद मरीज ठीक हो रहे हैं। इसलिए अफवाहों से बचें।
काल पत्थर रोकता है कोरोनो को...
पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में कुछ दिन पहले एक अफवाह फैली कि घर के दरवाजे पर एक काला पत्थर निकल रहा है। इसे माथे पर लगाने से कोरोना संक्रमण नहीं होता। इसके बाद कई लोग अपने घरों की दहलीज खोदने लगे। माना जा रहा है कि यह अफवाह नेपाल में सबसे पहले फैली। वहां से यह यहां पहुंची। जब यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, तो पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने कुछ लोगों को चेतावनी दी। पिथौरागढ़ की एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि जो भी ऐसी अफवाह फैलाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मोदी ने भी किया था अलर्ट
पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने भी समाज सेवा में लगे संगठनों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बात करते हुए कहा था कि ये संगठन कोरोना वायरय से जुड़े अंधविश्वासों और गलत सूचनाओं को दूर करने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।