डुडकेल प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बिंदू महानंद ने कथित तौर पर व्हाट्सएप पर एक मैसेज डाला था, जिसमें दावा किया गया था कि बेंगलुरु से एक संक्रमित व्यक्ति लौटा है और उसने गोलमुंडा ब्लॉक के खलियानी गांव स्थित अपने घर में खुद को बंद कर लिया है।
भवानीपटना. ओडिशा के कालाहांडी जिले में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक को कोरोना वायरस के बारे में ‘व्हाट्सएप’ पर झूठी सूचना फैलाने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में झूठा निकला मामला
डुडकेल प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बिंदू महानंद ने कथित तौर पर व्हाट्सएप पर एक मैसेज डाला था, जिसमें दावा किया गया था कि बेंगलुरु से एक संक्रमित व्यक्ति लौटा है और उसने गोलमुंडा ब्लॉक के खलियानी गांव स्थित अपने घर में खुद को बंद कर लिया है। धर्मगढ़ सब-डिविजनल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) लक्ष्मी नारायण पांडा ने बताया कि इसके बाद पुलिस और ब्लॉक के अधिकारियों ने शिक्षक द्वारा किए गए दावे का सत्यापन करने के लिए गोलमुंडा क्षेत्र में गांव का दौरा किया। एसडीपीओ ने कहा कि सूचना झूठी पाई गई, जिसके बाद पुलिस ने महानंद के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
शिक्षक का क्या है दावा ?
शिक्षक ने दावा किया कि वह निर्दोष है और किसी और ने उसके मोबाइल फोन से यह शरारत की थी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने चेतावनी दी थी कि इस महामारी के बारे में अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
(ये खबर पीटीआई/भाषा की है। हिन्दी एशियानेट न्यूज ने सिर्फ हेडिंग में बदलाव किया है।)