चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने अलग-अलग बीमारियों का बहाना बना रहे हैं। किसी ने अपने आवेदन में खुद को अस्थमा होना बताया है तो किसी ने कहा है कि उसे मधुमेह है और उसका इलाज करवाना है। वहीं कुछ ने तो शादी का बहाना बनाकर छुट्टी के लिए आवेदन किया है।
देहरादून : उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Chunav 2022) नजदीक है और सरकारी कर्मचारी ड्यूटी से बचने के लिए अलग-अलग बहाने बना रहे हैं। जिससे प्रशासन के माथे पर बल पड़ गया है। देहरादून (Dehradun) में तो ऐसी स्थिति है कि बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने लीव की मांग कर ली है। जिले के अलग-अलग विभागों के 700 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों ने मेडिकल लीव के लिए आवेदन कर दिया है। जिससे जिला प्रशासन की परेशानिया बढ़ गई हैं।
अलग-अलग बहाना
चुनाव ड्यूटी से बचने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने अलग-अलग बीमारियों का बहाना बना रहे हैं। किसी ने अपने आवेदन में खुद को अस्थमा होना बताया है तो किसी ने कहा है कि उसे मधुमेह है और उसका इलाज करवाना है। वहीं कुछ ने तो शादी का बहाना बनाकर छुट्टी के लिए आवेदन किया है। इतनी बड़ी संख्या में आवेदन के बीच जिला प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि कर्मचारियों की मांग को कैसे पूरा किया जाए और किस तरह से सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराया जाए।
मेडिकल बोर्ड बनाया
इसकी जानकारी देते हुए ADM कृष्ण कुमार मिश्रा ने बताया कि मतदान को देखते हुए करीब अब तक 700 मेडिकल लीव के आवेदन आए हैं। जिसके चलते मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शादी, बीमारी या फिर अन्य कारणों का बहाना बनाकर आवेदन किए जा रहे हैं। एक तरफ प्रशासन चुनावी तैयारियों में जुटा है। ऐसे में कर्मचारियों के इस तरह के आवेदन को देखते हुए मेडिकल बोर्ड बना दिया गया है।
कब है चुनाव
बता दें विधानसभा की 70 सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा जबकि 10 मार्च को नतीजे आएंगे। बीजेपी-कांग्रेस और आम आदमी पार्टी समेत कई राजनीतिक दल चुनाव में ताल ठोंक रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकता है।
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