
देहरादून : उत्तराखंड में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक (Uttarakhand Election 2022) आ रहा है। पाला बदलने का सिलसिला भी तेज हो गया है। चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व विधायक सरिता आर्य (Sarita Arya) भाजपा (BJP) में शामिल हो गई हैं। उन्होंने सोमवार को देहरादून (Dehradun) स्थित भाजपा कार्यालय में सदस्यता ली। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) भी मौजूद रहे।
कांग्रेस ने बाहर का रास्ता
सरिता आर्य के साथ ही कांग्रेस महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोरा गुप्ता और वंदना गुप्ता ने भी भाजपा का दामन थामा है। वहीं, सरिता आर्य पर कांग्रेस ने भी एक्शन लिया है। उन्हें पार्टी ने सभी पदों से हटाते हुए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इससे पहले सरिता आर्य ने बगावती तेवरों से कांग्रेस में काफी हलचल थी। भाजपा नेताओं से मुलाकात की खबरों के बाद उन्होंने शनिवार को पार्टी कार्यालय में साफ तौर पर कहा था-अभी तो मैं कांग्रेस (Congress) में हूं, आगे का पता नहीं। लोकतंत्र है, हर कोई अपने लिए सोचने को स्वतंत्र है। भाजपा टिकट देगी तो वह वहां से भी चुनाव लड़ लेंगी।
शुक्रवार को बीजेपी नेताओं से मुलाकात की खबरें
टिकट कटने की जानकारी मिलने पर सरिता आर्य ने विद्रोही तेवर अपनाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए थे। शुक्रवार देर रात उन्होंने भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि टिकट मिला तो उन्हें भाजपा में जाने से गुरेज नहीं होगा।
राजनीतिक करियर
सरिता आर्य कुमाऊं मंडल में नैनीताल सुरक्षित सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई थीं। 2017 के चुनाव में वह हार गईं थीं। सरिता आर्य बीजेपी में आने से पहले महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं। नैनीताल से टिकट कटने से सरिता आर्य नाराज चल रहीं थी। चुनाव के मौके उनकी नाराजगी से पार्टी में काफी हलचल मची रही।
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