इंडिया न्यूज-जन की बात ओपीनियन पोल (Opinion Poll) में उत्तराखंड के 70 विधानसभा सीटों (Assembly Seats Survey) के लिए सर्वे किया गया है। इसमें बीजेपी दूसरी बार सरकार बनाती दिख रही है।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक बार फिर उत्तराखंड (Uttarakhand) में 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ता में आ सकती है। हाल में हुए एक सर्वे में यह रिपोर्ट सामने आई है। इंडिया न्यूज-जन की बात ओपीनियन पोल (Opinion Poll) में उत्तराखंड के 70 विधानसभा सीटों (Assembly Seats Survey) के लिए सर्वे किया गया है। इसमें बीजेपी दूसरी बार सरकार बनाती दिख रही है। सर्वे के अनुसार भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) को 35-38 सीटें मिल सकते हैं। जबकि आंतरिक कलह का सामना कर रही कांग्रेस (Congress) को 27-31 सीटों से ही संतोष करना पड़ सकता है। बड़े जोरशोर से प्रचार में लगी आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) अधिकतम छह सीटों पर जीतती दिख रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीटों पर जीत हासिल की थी।
कांग्रेस को मिल सकता अधिक वोट लेकिन सीटें कम
न्यूज-जन की बात पोल में अनुमान लगाया गया है कि बीजेपी को और सीटें मिलेंगी, भले ही उसे अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की तुलना में थोड़ा अधिक वोट मिलेगा। सर्वेक्षण में 5000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। सर्वे के अनुसार भाजपा लगभग 39 प्रतिशत वोट शेयर हासिल कर सकती है, वहीं कांग्रेस 38.2 प्रतिशत वोट हासिल कर सकती है। अरविंद केजरीवाल की आप को 11.7 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं।
उत्तराखंड में पीएम मोदी ही तारणहार
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भी इस बार पीएम मोदी फैक्टर हैं। करीब 69 फीसदी मतदाताओं ने माना है कि पीएम मोदी की योजनाओं का लाभ मिलेगा। जबकि 31 फीसदी ने माना है कि ऐसा नहीं होने जा रहा है।
उत्तराखंड में वर्तमान विधायकों के खिलाफ लहर
उत्तराखंड में साठ प्रतिशत लोगों का मानना है कि उम्मीदवार के खिलाफ एंटी-इनकमबेंसी है। जबकि 30 प्रतिशत का मानना है कि पार्टी के खिलाफ एंटी-इनकमबेंसी है। वहीं, दस प्रतिशत का मानना है कि कहीं भी किसी के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी नहीं है।
राज्य में मुख्य चुनावी मुद्दा क्या है?
जनमत सर्वेक्षण में 47 प्रतिशत लोगों का मानना था कि आगामी चुनाव में बेरोजगारी और प्रवास सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा होगा। जबकि 20 प्रतिशत लोगों ने स्वास्थ्य और पानी को प्रमुख मुद्दों के रूप में बताया। सर्वेक्षण में शामिल अन्य 12 प्रतिशत ने शिक्षा का हवाला दिया जबकि 10 प्रतिशत ने कहा कि चुनाव में महंगाई एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है। जबकि 11 प्रतिशत लोग अन्य मुद्दों पर बात करना चाहते हैं।
जाति और धार्मिक पक्ष
सर्वेक्षण में पाया गया कि ब्राह्मणों और राजपूतों में से प्रत्येक में 45 प्रतिशत ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया, जबकि 35 प्रतिशत ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया। कांग्रेस को अपने वोटों का एक बड़ा हिस्सा मुस्लिम समुदाय (85 प्रतिशत) और सिख समुदाय (60 प्रतिशत) से आता हुआ दिखाई दे रहा था। सर्वेक्षण में पाया गया कि कांग्रेस को अनुसूचित जाति के 75 प्रतिशत मतदाताओं का भी समर्थन मिला।
लोकप्रिय मुख्यमंत्री पद का चेहरा
जन की बात सर्वेक्षण में मुख्यमंत्री पद के लिए सर्वेक्षण किए गए लोगों में सबसे लोकप्रिय विकल्प पुष्कर सिंह धामी (40 प्रतिशत) और उसके बाद हरीश रावत (30 प्रतिशत) हैं। अन्य 20 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा नेता अनिल बलूनी का समर्थन किया, उसके बाद आप के कर्नल अजय कोठियाल (सेवानिवृत्त) को नौ प्रतिशत वोट मिले।