एक बूढ़े पिता के लिए जीवन में इससे बड़ा दुख और कोई नहीं हो सकता, जिंदगी की आखिरी बाइक रेस

एक बूढ़े पिता के लिए जिंदगी में इससे बड़ा सदमा और क्या होगा कि उसकी आंखों के सामने जवान बेटे की लाश पड़ी हो। वो उसे ठीक से कंधा भी नहीं दे सकता। इमोशनल कर देने वाली यह घटना एक 19 साल के लड़के की मौत से जुड़ी है। मोटरसाइकिल से रेस करने के दौरान ओवरटेक करते वक्त उसे ट्रक ने कुचल दिया।

Asianet News Hindi | Published : Aug 26, 2019 8:25 AM IST

जालंधर. चारपाई पर पड़ी लाश पर सिर रखकर फूट-फूटकर रोता यह बुजुर्ग मृतक का विकलांग पिता है। बेटा बेहद जिद्दी था, लेकिन उसकी यह जिद जान ले लेगी, किसी ने सोचा भी नहीं था। मोटरसाइकिल से रेस लगाने के चक्कर में एक ट्रक उसे कुचलकर निकल गया। हादसा जालंधर के डीएवी फ्लाईओवर पर हुआ। सन्नी चौहान का परिवार मूलत: यूपी के मेरठ का रहने वाला था। हालांकि काम के सिलसिले में सबलोग यहां आकर बस गए थे। बताते हैं कि सन्नी अपनी मोटरसाइकिल से दोस्त के साथ रेस लगा रहा था। ओवरटेक करते वक्त वो ट्रक से जा भिड़ा। हादसे में वो गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

जिद के कारण पिता को दिलानी पड़ी थी बाइक
सन्नी बेहद जिद्दी था। उसकी जिद के आगे ही झुककर परिजनों ने उसे बुलेट मोटरसाइकिल दिलाई थी। लेकिन परिजनों को क्या मालूम था कि वे बेटे को बाइक नहीं, मौत का सामान खरीदकर दे रहे हैं। सन्नी का परिवार ग्रेन मार्केट में किराए से रहता है। ASI कुलविंदर सिंह ने बताया कि सन्नी और उसका एक दोस्त गोविंद वर्कशॉप चौक से लेकर मकसूदां तक रेस लगा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। हालांकि गोविंद का कहना है कि उसने रेस लगाने से मना किया था, लेकिन सन्नी नहीं माना। आगे निकलने की होड़ में सन्नी हादसे का शिकार हो गया।

कुछ भी नहीं बोल रहा पिता
सन्नी का परिवार बेहद गरीबी में जीवन गुजार रहा है। उसके पिता दिव्यांग होने से काम नहीं करते। मां दूसरों के घरों में काम करती है। 15 साल का छोटा भाई अटारी बाजार में किसी जूते की दुकान पर काम करता है। पिता के मुताबिक, पारिवारिक सम्पत्ति के बंटवारे में जो पैसे मिले थे, उससे सन्नी को बाइक दिलाई थी।

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