पंजाब में आप सरकार शिक्षा के लिए दिल्ली एजुकेशन मॉडल अपना रही है। इसके लिए पावरकॉम ने सरकारी स्कूल की नीलामी के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। शनिवार को रोपड़ की स्कूल बिल्डिंग को नीलाम किया जा रहा है।
चंडीगढ़. पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार ने अब एजुकेशन ठीक करन के लिए दिल्ली मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है। जिसके तहत अब सरकारी स्कूल की नीलामी के लिए बोली लगना शुरू कर दिया है। थर्मल कॉलोनी रोपड़ के स्कूल को नीलाम करने का एक विज्ञापन जारी किया गया है। विज्ञापन जारी होते ही अकाली दल ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है। विज्ञापन में बताया गया कि पावरकॉम का यह स्कूल नीलाम किया जा रहा है।
स्कूल को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी
यह स्कूल रोपड़ की थर्मल कालोनी में बना हुआ है। इस स्कूल का संचालन पहले पावरकॉम कर रही थी। लेकिन अब स्कूल को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी गई है। इसलिए यह विज्ञापन निकाला गया है। बताया गया कि स्कूल काफी अच्छी स्थिति में है। कालोनीवासियों का कहना है कि स्कूल को नीलाम नहीं किया जाना चाहिए। इसे दोबारा से शुरू किया जाना चाहिए।
अकाली दल ने भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल से किया सवाल
दूसरी ओर अकाली दल ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अकाली दल के नेता दलजीत चीमा ने स्कूल के भवन की फोटो व नीलामी के विज्ञापन को ट्वीट किया। उन्होंने भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल से सवाल किया है कि क्या यह दिल्ली मॉडल है। उन्होंने इसे पंजाब व पंजाबियत के साथ धोखा भी करार दिया है। उन्होंने कहा कि, स्कूल को नीलाम करने की नौबत क्यों आई? स्कूल को नीलाम नहीं किया जाना चाहिए,इसे तो चलाया जाना चाहिए। इस स्कूल की बिल्डिंग अच्छी हालत में हैं। यह टीचिंग स्टाफ नियुक्त कर इस स्कूल को नियमित किया जाना चाहिए।
लोग बोले-स्कूल नीलाम करना बेहद दुखद
सभी के लिए शिक्षा अभियान चलाने वाले सोशल वर्कर सतीश शर्मा ने कहा कि यह तो बहुत ही दुखद है। क्या पंजाब की भगवंत मान सरकार एक स्कूल भी नहीं चला पा रही है। कम से कम इस तरह से स्कूल को नीलाम करना किसी भी मायने में सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है। स्कूल के विज्ञापन को देख कर उन्हें दुख हुआ है। इस काम को तुरंत ही रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव में बार बार यह दावा करती रही कि दिल्ली की तरज पर बच्चों को सस्ती शिक्षा दी जाएगी। दावा तो यहां तक किया जाता रहा कि निजी स्कूलों में भी फीस कम होगी। हो तो इसके विपरीत रहा है। यहां तो स्कूलों के भवन को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी हो रही है।
किसी भी मायने में सही कदम नहीं...
अभी तो मान की सरकार को बने एक पखवाड़ भी नहीं हुआ, पंजाब के स्कूलों के नीलाम होने के विज्ञापन जारी होने लगे हैं।
सतीश शर्मा ने सरकार से मांग की कि इसे तुरंत ही रोका जाना चाहिए। यह किसी भी मायने में सही कदम नहीं है। यदि किसी भी कारण से पावरकॉम स्कूल को संचालित नहीं कर पा रही है तो इसका यह मतलब नहीं कि स्कूल को नीलाम कर दिया जाए। इसे चलाने का दूसरा विकल्प भी खोजा जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस स्कूल को नीलाम होने से तुरंत रोका जाए। इसके साथ ही सरकार एक पॉलिसी तैयार करे जिसमें इस तरह के संस्थागत स्कूलों को चलाने के लिए उचित कदम उठाए जाए।
विज्ञापन देख लोगों को हो रहा दुख
यदि कोई भी स्कूल किसी कारण से बंद है, तो देखा जाए कि क्यों बंद है, स्कूल को कैसे चलाया जा सकता है। रोपड़ में कालोनीवासियों ने भी बताया कि वह तो सोच रहे थे कि आप सरकार आने के बाद यह स्कूल दोबारा से शुरू होगा। लेकिन आज यह विज्ञापन देख कर उन्हें दुख हो रहा है। एक स्कूल निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। कालोनीवासियों की भी मांग है कि भगवंत मान सरकार इस स्कूल की ओर ध्यान दें। सरकार खुद स्कूल को टेकओवर कर लें, जिससे स्कूल सही तरह से चल सके। इस स्कूल की यहां बहुत जरूरत है।
लोगों की चेतावनी वह स्कूलों को नीलाम नहीं होने देंगे
यूं भी आम आदमी पार्टी का दावा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा दी जा रही है। अब क्योंकि पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है,इसलिए यहां भी सरकार को चाहिए कि वह सरकारी स्कूलों को शिक्षा का मॉडल बनाए। कालोनीवासियों ने चेतावनी दी कि वह इस स्कूल को नीलाम नहीं होने देंगे। इसके लिए यदि उन्हें आंदोलन चलाना पड़ा तो वह इससे भी पीछे नहीं हटेंगे।