बीमारी से नहीं जीत पाया साइकिल चोरों को पटखनी देने वाला यह बहादुर बच्चा

वर्ष, 2016 में तीन साइकिल चोरों से अकेले भिड़ने वाले बहादुर बच्चे अनमोल सिंह ग्रेवाल की बीमारी से मौत हो गई। उसकी मौत की खबर से उसे जानने वालों को गहरा झटका लगा है। अनमोल को उसकी बहादुरी के लिए 2018 में गणतंत्र दिवस पर पंजाब के तत्कालीन वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बहादुरी का अवार्ड दिया था।

Asianet News Hindi | Published : Sep 22, 2020 9:18 AM IST

लुधियाना, पंजाब. पहले से ही चोटिल होने के बावजूद साइकिल चोरों को पटखनी देने वाले बहादुर बच्चे (Brave boy) अनमोल सिंह ग्रेवाल (Anmol Singh Grewal ) की बीमार से मौत हो गई। अनमोल वर्ष, 2016 में तीन साइकिल चोरों से अकेले भिड़ गया था। अनमोल की मौत की खबर से उसे जानने वालों को गहरा झटका लगा है। अनमोल को उसकी बहादुरी के लिए 2018 में गणतंत्र दिवस पर पंजाब के तत्कालीन वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बहादुरी का अवार्ड दिया था। अनमोल की उम्र महज 14 साल की थी। उसका 16 सितंबर को निधन हो गया।


पूरे शहर में थे बहादुरी के चर्चे
मामला 2016 का है। बच्चे ग्रुप में घर के बाहर साइकिलिंग कर रहे थे। तभी अनमोल की नजर तीन लोगों पर पड़ी। वे चोर थे और कुछ समय पहले ही अनमोल के दोस्त की साइकिल उठाकर ले गए थे। अनमोल साइकिल को पहचान गया। वो चोरों के पीछे भागा। अनमोल कराटे की ट्रेनिंग ले रहा था। इसलिए उसे मालूम था कि एक से ज्यादा लोगों से कैसे लड़ा जा सकता है। हालांकि उस समय वो चोटिल था। फिर भी उसने हिम्मत नहीं छोड़ी। वो साइकिल चोरों के पीछे दौड़ पड़ा। इसके बाद उसने तीनों चोरों को पकड़ लिया। हालांकि चोरों ने बच्चा समझकर उस पर हावी होने की कोशिश की। लेकिन अनमोल की बहादुरी के आगे वे टिक नहीं पाए। वे साइकिल छोड़कर भाग गए।

अच्छा खिलाड़ी था अनमोल

अनमोल की फैमिली दुगरी क्षेत्र में रहती है। वो 9वीं का छात्र था। उसके पिता एडवोकेट सर्बजीत सिंह ग्रेवाल और मां परमजीत कौर ने बताया कि उनका बेटा बड़ा बहादुर था। वो फुटबॉल अच्छी खेलता था। 2019 में राज्यस्तरीय पंजाब स्काउट कैंप में उसने हिस्सा लेकिर राज्य पुरस्कार जीता था। स्कूल की मैग्जीन में उसे हीरो के तौर पर छापा गया था। अनमोल की किडनी और लिवर खराब हो गया था। 

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