सुबह नाना का एक्सीडेंट हुआ, मां-बाप उन्हें हॉस्पिटल में देखने गए थे, शाम को लौटे, तो बेटा नहीं रहा

लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले एक शख्स ने मासूम बच्चे की जान ले ली। वो अपने मोहल्ले में साइकिल चला रहा था। तभी कार ने उसे टक्कर मार दी। घायल बच्चे को पड़ौसी फौरन हॉस्पिटल ले गए, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। घटना के वक्त बच्चे के मां-बाप हॉस्पिटल में थे। सुबह ही बच्चे के नाना का भी एक्सीडेंट हो गया था। जब वे शाम को घर लौटे, तो हादसे की खबर मिली।

Asianet News Hindi | Published : May 9, 2020 11:17 AM IST


चंडीगढ़. अपने बड़े भाई की चुपके से साइकिल लेकर उसे चलाने निकले छोटे भाई को एक कार ने टक्कर मार दी। बच्चे को फौरन हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। घटना के वक्त बच्चे के मां-बाप हॉस्पिटल में थे। सुबह ही बच्चे के नाना का भी एक्सीडेंट हो गया था। जब वे शाम को घर लौटे, तो हादसे की खबर मिली। पुलिस ने आरोपी कारवाले को गिरफ्तार कर लिया था। ले किन उसे जमानत पर छोड़ दिया गया। 5 साल का तनवीर पहली क्लास में पढ़ता था। वहीं, कार चालक खरड़ का रहने वाला लविश कुमार है। तनवीर के पिता गुलशन के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

सुबह हुआ था नाना का एक्सीडेंट...
तनवीर का एक बड़ा भाई है प्रेम। बड़ा भाई सेक्टर-42 स्थित एक सरकारी स्कूल में 5वीं क्लास में पढ़ता है। बताते हैं कि सुबह तनवीर के नाना को किसी कार ने टक्कर मार दी थी। उसके मां-बाप उन्हें ही देखने हॉस्पिटल गए थे। शाम को जब वे वापस लौटे, तब मालूम चला कि तनवीर का भी एक्सीडेंट हो गया है और वो पीजीआई हॉस्पिटल में भर्ती है। डॉक्टरों ने बच्चे की मौत का कारण सिर में चोट माना है।

बड़े भाई गेट बंद करने गया, इतने में छोटा भाई साइकिल ले भागा...
प्रेम ने बताया कि वो साइकिल चलाने निकला था। तभी उसे याद आया कि घर की कुंडी बंद नहीं है। वो साइकिल छोड़कर कुंडी बंद करने चला गया। इतने में तनवीर चुपके से साइकिल लेकर उसे चलाने लगा। प्रेम ने माना कि मम्मी-पापा मना करके गए थे कि अकेले साइकिल चलाने मत निकलना। बच्चे का कोरोना टेस्ट भी कराया गया है।
 

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