आतंकियों का शिकार हुए थे इस लेडी कॉप के पति, अब कैंसर होने के बावजूद पूरे जोश से निभा रहीं अपना फर्ज

बीमारियां अकसर इंसान को कमजोर बना देती हैं। लेकिन इस लेडी कॉप को लेकर ऐसा नहीं कह सकते। यह हैं पुलिस इंस्पेक्टर राजविंदर कौर। ये जब ड्यूटी पर निकलती हैं, तो कोई देखकर कह नहीं सकता कि इन्हें कोई तकलीफ होगी। लेकिन जानकार ताज्जुब होगा कि ये कैंसर पीड़ित हैं। यह जानते हुए भी ये पूरी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। यही नहीं, ये अपने हाथों से खाना बनाकर लॉकडाउन में फंसे गरीब-असहायों को खिला रही हैं।

Asianet News Hindi | Published : Apr 21, 2020 1:03 PM IST


अमृतसर, पंजाब. कोरोना के संक्रमण को रोकने पंजाब में एक महीने से कर्फ्यू लगा हुआ है। ऐसी स्थिति में गरीब और असहाय लोग परेशान न हों, इसलिए प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों के अलावा पुलिस भी उनकी मदद कर रही है। पुलिस इस विकट परिस्थिति में दोहरी भूमिका निभा रही है। वो कानून व्यवस्था का पालन कराने फील्ड में ड्यूटी तो कर ही रही है, गरीबों को असहायों के लिए खाने का प्रबंध भी कर रही है। इनसे मिलिए..ये हैं पुलिस इंस्पेक्टर राजविंदर कौर। कहते हैं कि बीमारियां अकसर इंसान को कमजोर बना देती हैं। लेकिन इस लेडी कॉप को लेकर ऐसा नहीं कह सकते।  जानिए इनके बारे में...

राजविंदर कौर जब ड्यूटी पर निकलती हैं, तो कोई देखकर कह नहीं सकता कि इन्हें कोई तकलीफ होगी। लेकिन जानकार ताज्जुब होगा कि ये कैंसर पीड़ित हैं। यह जानते हुए भी ये पूरी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। यही नहीं, ये अपने हाथों से खाना बनाकर लॉकडाउन में फंसे गरीब-असहायों को खिला रही हैं। राजविंदर कौर सिर्फ इस संकट काल में ही लोगों की मदद नहीं कर रहीं, वे सामान्य दिनों में भी ऐसा करती रहती हैं।

अपनी तकलीफ से ज्यादा लोगों की फिक्र..
राजविंदर कौर के पति को 1990 में आतंकियों ने मार दिया था। उस दु:ख को सीने में दबाकर वे अपना फर्ज पूरा करती रहीं। नौकरी के बाद भी वे कभी पीछे नहीं हटीं। फिर जब मालूम चला कि उन्हें कैंसर है, तब भी उनका हौसला नहीं डिगा। राजविंदर रोज 70 लोगों का खाना बनाकर जरूरतमंदों में बांटती हैं। वे कहती हैं कि जिंदगी में अगर किसी के काम आ सके, तो इससे बड़ा पुण्य और क्या होगा, खुशी क्या होगी।

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