चौंकाने वाली यह कहानी दो लालची मालिकों और उनके खूंखार कुत्तों (पिटबुल प्रजाति) से जुड़ी है। मालिक इन दोनों कुत्तों को कमाई का जरिया बनाए हुए थे। लेकिन गलत तरीके से। आखिर पुलिस को खबर लग गई। फिर जानिए क्या हुआ तमाशा..
तरतारन(पंजाब). दो लालची लोग अपने खूंखार कुत्तों(पिटबुल) को जुआ का जरिया बनाए हुए थे। वे उन्हें आपस में लड़वाते और शर्त लगाते। कुत्ते भी मालिकों को आदेश पर खूनखराबे तक लड़ते। लेकिन इस बार उनकी मुखबिरी पुलिस से हो गई। हालांकि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो मालिक और कुत्ते दोनों भाग खड़े हुए। लेकिन पुलिस भी कुछ कम नहीं थी। उसने चारों को पकड़कर ही दम लिया। यह और बात है कि बाद में पुलिस को थोड़ी अपनी फजीहत करानी पड़ गई।
मामना तरनतारन जिले के तुड़ गांव का है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि गांव में पिटबुल कुत्तों की लड़ाई करवाई जा रही है। इन कुत्तों के मालिक थे अमृतसर के सुल्तानविंड क्षेत्र के 2 व्यापारी बिक्रमजीत सिंह और अमृत सिंह। थाना गोइंदवाल साहिब पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो मालिक और कुत्ते भाग निकले। हालांकि पुलिस ने मालिकों और उनके कुत्तों को ढूंढ ही निकाला।
दोनों मालिकों पर पुलिस ने एनिमल्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। हालांकि उन्हें थाने में ही जमानत मिल गई। वे अपने-अपने घर चले गए, लेकिन कुत्तों को नहीं छोड़ा गया। दरअसल, उन्हें दिल्ली से आने वाली वाइल्ड लाइफ की टीम को सौंपा जाना था। लिहाजा उन्हें रातभर लॉकअप में बंद करके रखना था। देर रात कुत्तों को भूख लगी, तो उन्होंने गदर मचा दी। इस पर पुलिस ने उनके लिए 2 किलो मीट का इंतजाम किया। बुधवार सुबह पुलिस के लिए एक कुत्ता आफत का कारण बन गया। संतरी जब लॉकअप का गेट खोल रहा था, तभी एक कुत्ता पट्टा तोड़कर भाग निकला। यह देखकर पुलिसवाले सकपका गए। कुछ पुलिसवाले कुत्ते के पीछे दौड़े। करीब 4 किमी दूर जाकर कुत्ता पकड़ में आया। पुलिसवाले उसे फिर थाने लाए। इस बार उसे हवालात के बाहर एक पेड़ के नीचे बांध दिया गया।
थाना प्रभारी बलजिंदर सिंह बाजवा ने बताया कि गांव में पिटबुल कुत्तों की लड़ाई करवाकर सट्टा लगाने वालों की पहचान की जा रही है।