सिद्धू ने चन्नी सरकार पर किया हमला, 'इन्हें तुरंत बदलना चाहिए, नहीं तो हम चेहरा दिखाने के लायक नहीं रहेंगे

पंजाब (Punjab) का सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस में आपसी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने अब चन्नी सरकार पर फिर हमला किया है। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 3, 2021 9:34 AM IST / Updated: Oct 03 2021, 05:49 PM IST

अमृतसर. पंजाब (Punjab) का सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस में आपसी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू (navjot singh sidhus) ने अब चन्नी सरकार पर फिर हमला किया है। इस बार फिर उन्होंने AG-DG को बदलने की मांग की है। 

सिद्धू-बोले हम जनता को चेहरा नहीं दिखा पाएंगे...
दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर लिखा-धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामलों में न्याय की मांग और नशीली दवाओं के व्यापार के मुख्य दोषियों की गिरफ्तारी के लिए 2017 में हमारी सरकार आई और उनकी विफलता के कारण लोगों ने अंतिम सीएम को हटा दिया। लेकिन अब एजी/डीजी नियुक्तियां पीड़ितों के जख्मों पर नमक मलती हैं, उन्हें बदला जाना चाहिए वरना हमारा कोई चेहरा नहीं होगा और हम अपना मुहं जनता को नहीं दिखा पाएंगे।

यही सिद्धू के इस्तीफा देने के पीछे की एक वजह 
बता दें कि सिद्धू के इस्तीफा देने के पीछे की एक वजह पंजाब का नया डीजी/एजी हैं। वह इनको हटाने की शरू से मांग कर रहे हैं। क्योंकि उनके मना करने के बाद उनको नियुक्ति दे दी गई। सहोता ने ही बादल सरकार के दौरान हुए फायरिंग मामले की जांच की और उन्होने इस कमेटी की अगुवाई की थी। 

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जानिए क्या है बेअदबी मामला
यह पूरा मामला 14 अक्टूबर 2015 का है, उस दौरान फरीदकोट में गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूप चोरी हो गए थे। जहां माथा टेकने गांव गए लोगों को आस-पास नालियों और सड़क पर यह पन्ने बिखरे मिले हुए थे। साथ ही भद्र भाषा में  सिख संगठनों को खुला चैलेंज के पोस्टर भी दीवारों पर लगे हुए थे। जिसके बाद कोटकपूरा में सिखों ने विरोध प्रदर्शन किया था। पुलिस ने मामला शांत करने के लिए प्रदर्शन कर रही भीड़ पर गोलीबारी की थी, इस दौरान  दो लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे।  फायरिंग मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। इस मामले में प्रकाश सिंह बादल पर मामला दर्ज हुआ था।


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