खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के विरोध में शुक्रवार को खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला गया। जैसे ही इसका पता चला तो खालिस्तानी समर्थक सिख संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद शिवसेना और सिख संगठनों के बीच जमकर हिंसक झड़पे हुईं और तलवारें तक खिंच गई।
पटियाला : पंजाब (Punjab) के पटियाला (Patiala) में शुक्रवार को हुई हिंसा पर भगवंत मान सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। हिंसा के अगले दिन यानी आज सरकार ने आईजी राकेश अग्रवाल (Rakesh Agarwal) और SSP नानक सिंह (Nanak Singh) को हटा दिया है। उनकी जगह मुखविंदर सिंह छीना को आईजी और दीपक पारिख SSP बनाया गया है। इसके साथ ही सिटी एसपी को भी बदल दिया गया है। प्रशासन ने आज सुबह साढ़े 9 बजे से शाम 6 बजे तक शहर में इंटरनेट बंद कर दिया है। इधर प्रशासन ने शहर में शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक कर्फ्यू भी लगाया गया था। पूरे राज्य में हाई अलर्ट है।
हिंदू संगठन निकालेंगे मार्च
वहीं, दूसरी तरफ काली माता मंदिर पर हमले से हिंदू संगठनों ने रोष है। उनकी तरफ से आरोपियों पर एक्शन की मांग की गई है। उसकी मांग है कि आरोपियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। हिंदू संगठन की तरफ से आज पटियाला बंद का आह्वान किया गया है। हिंदू तख्त और शिवसेना हिंदुस्तान की अगुवाई में यह बंद बुलाया गया है। काली माता मंदिर से ही रोष मार्च निकालने की तैयारी है। पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्त इंतजाम किए हैं। काली माता मंदिर के बाहर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है।
सीएम मान पुलिस-प्रशासन पर नाराज
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने भी पटियाला हिंसा को लेकर मान सरकार से रिपोर्ट तलब किया है। पुलिस की लापरवाही पर सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने भी कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी वीके भावरा ने नेतृत्व में अफसरों को तलब किया। सीएम ने इस लापरवाही के लिए जो भी अफसर जिम्मेदार हैं, उनपर हाईलेवर पूछताछ के भी आदेश दिए हैं। दरअसल, जानकारी मिली है कि इस हिंसा की पटकथा हफ्तेभर पहले से ही तैरार थी। पुलिस को भी इसका अंदेशा था लेकिन पुलिस ने इसे रोकने कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए। इंटेलिजेंस ने भी पुलिस को इसके इनपुट दिए थे, लेकिन पुलिस अफसरों ने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और हालात ऐसे बन गए।
क्या हुआ पटियाला में
बता दें कि आतंकी गुरपतवंत पन्नू के विरोध में शुक्रवार को शिवसेना की तरफ से खालिस्तान विरोधी मार्च निकाला गया। जिसका सिख संगठनों ने विरोध किया तो दोनों तरफ से पत्थरबाजी और हथियार से हिंसा शुरू हो गई। हालात काफी बिगड़ गए। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए। जिसके बाद SSP नानक सिंह ने हवाई फायरिंग कर हालात संभाला। शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया, वहीं देर रात शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार कर लिया। सिंगला ने ही इस मार्च की अगुवाई की थी।
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